Manuscript Number : GISRRJ11811316
राजनीतिक विचारधारा: एक अध्ययन
Authors(1) :-डाॅ0 रविन्द्र कुमार विचार और विचारधारा का जन्म शून्य में नहीं होता है, उसका संबंध मानव तथा उसके सामाजिक परिवेश से होता है। मानव एक सामाजिक प्राणी होने के साथ-साथ विवेकशील प्राणी भी है। उसमें बुद्धि तत्व के साथ-साथ भावना तत्व भी होता है। उसकी अपने सामाजिक वातावरण में निरंतर अन्तःक्रिया होती रहती है। इसी अन्तःक्रिया के फलस्वरूप विचार एवं विचारधाराएँ जन्म लेती है। प्रमुख विचारक अपने विचारों को या तो स्वयं ही किसी विशेष विचारधारा का नाम दे देते हैं अथवा उनके अनुयायी उनके विचारों की विचारधारा का अवरण पहना देते हैं। जैसे महात्मा गांधी के सत्य, अहिंसा और नैतिक साधनों पर आधारित चिन्तन को उनके अनुयायियों ने गांधीवाद की संज्ञा दी तथा कार्ल माक्र्स के वर्ग संघर्ष और सामाजिक-आर्थिक न्याय पर आधारित चिन्तन को वैज्ञानिक समाजवाद या माक्र्सवाद का नाम दिया।
डाॅ0 रविन्द्र कुमार Publication Details Published in : Volume 1 | Issue 1 | November-December 2018 Article Preview
एम.ए., पीएच.डी. (राजनीति विज्ञान) बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर।
Date of Publication : 2018-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 209-213
Manuscript Number : GISRRJ11811316
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ11811316