संस्कृत प्रतिभा के सम्पादकीय का वैशिष्ट्य

Authors(1) :-अक्षय सुराणा

संस्कृत प्रतिभा एक सर्जनात्मक पत्रिका है जो कि समकालीन संस्कृत साहित्य की समृद्धि की संवाहिका है। इसके सम्पादकीय चिन्तन-प्रौढि के प्रतिपादक हैं। नूतन विधाओं, नूतन आभाणकों के विषय में सम्पादकीय महत्त्वपूर्ण आलोचन प्रस्तुत करते हैं। उत्तम कविता की परिभाषा गढ़ते हुए उन्होंने अनेक अवान्तर लक्षण भी प्रस्तुत किये हैं। युगबोध को रेखांकित करती समीक्षा-पद्धति संस्कृत की समकालीनता तथा समानता की परिचायक है। सम्पादकमहोदय की यह उक्ति भी इसका समर्थन करती है-‘वस्तुतस्तु अपूर्वताया अवतारकालोऽयं संस्कृत जगति।’ बालसाहित्य, यात्रावृत्तान्त तथा अनूदितसाहित्य के विषय में सम्पादकीय का चिन्तन नवीन शोधार्थियों का मार्गदर्शक है।

Authors and Affiliations

अक्षय सुराणा
शोधार्थी, संस्कृत-विभाग, जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर, राजस्थान,भारत।

संस्कृत, प्रतिभा, सम्पादकीय, भाषा, पत्रकारिता, साहित्य।

  1. संस्कृत प्रतिभा, सम्पादकीय, उन्मेष, 57
  2. संस्कृत प्रतिभा, सम्पादकीय, उन्मेष, 56
  3. तथापि सम्वदति तदीया लता माखनलालकवेः पुष्पेण। एवंविधाः संवादाः मतिमतां कवीनामभिव्यक्तिषु भवन्त्येव। - संस्कृत प्रतिभा, पृ. 6
  4. संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष, 57, पृ. 6
  5. संस्कृत प्रतिभा, सम्पादकीयम्, उन्मेष 58
  6. संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष 59
  7. तदेव, उन्मेष 58
  8. संस्कृतप्रतिभा, उन्मेष 56, सम्पादकीयम्, पृ. 7
  9. संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष 54, सम्पादकीयम्, पृ. 7-8
  10. संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष 58, पृ. 7
  11. संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष 58
  12. संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष 55, पृ. 7
  13. नास्ति किमपि वस्तु यत् काव्यविषयतां नावगाहेतेति अनेन काव्येन प्रत्ययो जायते। लोके निंदितानां जुगुप्सितानां वस्तूनां क्वचित् रमणीयमपि स्वरूपं कविराविष्कुरुते।...... संस्कृत प्रतिभा, उन्मेष 55, पृ. 12

Publication Details

Published in : Volume 4 | Issue 1 | January-February 2021
Date of Publication : 2021-01-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 12-17
Manuscript Number : GISRRJ120332
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

अक्षय सुराणा, "संस्कृत प्रतिभा के सम्पादकीय का वैशिष्ट्य", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 4, Issue 1, pp.12-17, January-February.2021
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ120332

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