Manuscript Number : GISRRJ181115
भवभूति के काव्यों में नारी चित्रण
Authors(1) :-डॉ॰ संजीव कुमार
संस्कृत साहित्य में भवभूति का स्थान कालिदास के उपरान्त आता है। भवभूति वैदिक परम्परा के अनुयायी एवं विविध शास्त्रों के प्रकाण्ड ज्ञाता थे। उन्होंने अपने काव्यों में नारी के कोमल हृदय की भावना का चित्रण किया है जो सहृदयों को हठात् अपनी ओर आकर्षित किया है।
डॉ॰ संजीव कुमार
नारी, मालतीमाधव, प्रेम-प्रसंग, संवेदना, नायिका, उत्तररामचरित, महावीरचरित। Publication Details Published in : Volume 1 | Issue 1 | November-December 2018 Article Preview
प्रवक्ता (हिन्दी), शिक्षा निदेशालय, दिल्ली सरकार, भारत।
Date of Publication : 2018-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 76-79
Manuscript Number : GISRRJ181115
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ181115