Manuscript Number : GISRRJ181118
न्यायदर्शन में वाचस्पति मिश्र का स्थान
Authors(1) :-डॉ. दिनेश कुमार झा आस्तिक दर्शनों का उद्धार करने के कारण वाचस्पति का ऋण भारतीय संस्कृति के अनुगामियों पर है किन्तु जैसी विकट परिस्थिति में शताब्दियों से प्रताड़ित और उपेक्षित न्यायदर्शन का उन्होंने उद्धार किया उसका ऋण सर्वाधिक है। अतः वैदिक संस्कृति संरक्षको के शिरोमणि वाचस्पति को कहने में कोई अत्युक्ति नहीं मालूम पड़ती।
डॉ. दिनेश कुमार झा न्यायदर्शन, वाचस्पति मिश्र, भारतीय संस्कृति, आस्तिक दर्शन। Publication Details Published in : Volume 1 | Issue 1 | November-December 2018 Article Preview
ग्रा.पो. अंधराठाढी, जि. मधुबनी, बिहार, भारत।
Date of Publication : 2018-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 85-91
Manuscript Number : GISRRJ181118
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ181118