भारतीय राजनीति पर जाति व्यवस्था का प्रभाव

Authors(1) :-डाॅ विकास चन्द्र वशिष्ठ

अपनी विरासत पर गर्व करना अच्छा है, परन्तु आंखे बन्द कर ऐसा नहीं किया जाना चाहिए इस विरासत के प्रति आलोचनात्मक दृष्टिकोण रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। कोई परम्परा कवल इसलिए अच्छी नहीं होती क्योंकि वह दीर्घ काल से चली आ रही है । एक ओर जहाँ हम महान सांस्कृतिक विरासत के धनी हैं, वही दूसरी ओर हमारे परम्परागत समाज में कुछ बातें बुरी भी हैं। अतः यदि हमें समाज को लोकतांत्रिक बनाना और उन्नति करनी है तो इन्हें बदलना होगा। जातिप्रथा हमें प्राचीन समाज से मिली है तथा यह एक बहुत बड़ी समस्या है, जिसका सामना हमारे लोकतत्र को करना पड़ रहा है । इसने हमारे समाज को उच्च और निम्न दो भागों में विभाजित कर दिया है हजारों वर्ष पूर्व हमारे समाज को या हिन्दू समाज को चार वर्गों में बॉटा गया था- ब्राहाण क्षत्रिय वैश्य तथा शूद्र । ये वर्ग “ वर्ण’’ कहे जाते थे। किन्तु भारत में सामाजिक विषमता के लिये ये वर्ण उतने उत्तरदायी नहीं हैं जितनी की जातिप्रथा । जातिप्रथा ने किसी परिवार अथवा जाति विशेष में जन्म के आधार पर व्यक्ति के लिए व्यवसाय सुनिश्चित कर दिये थे। जातिवाद का जन्म जातीयता से है । जातियता का जन्म जाति प्रथा से है। जाति प्रथा का निर्धारण जन्म के आधार पर होता है।

Authors and Affiliations

डाॅ विकास चन्द्र वशिष्ठ
एसो, प्रोफेसर, राजनीति विज्ञान विभाग, मेरठ काॅलिज, मेरठ, भूमिका

  1. भारतीय शासन एवं राजनीति लेखक डा0 अशोक रस्तोगी पृष्ठ सं0 220 प्रकाशित वर्ष 1999।
  2. दैनिक जागरण समाचार पत्र दि0 10.3.2002 लेखक नरेन्द्र मोहन पृष्ठ सं0 10 ।
  3. प्रतियोगिता दर्पण पत्रिका दिनांक3.2003 पृष्ठ सं0 1427-30 ।
  4. दैनिक जागरण समाचार पत्र दिनांक8.2002 लेखक उदित राज पृष्ठ 10 ।
  5. दैनिक जागरण समाचार पत्र दृ दिनांक8.2002 लेखक हुक्मदेव नारायण यादव पृष्ट दृ 10
  6. सरस सलिल पत्रिका11.2002 लेखिका उषा नेगी पृष्ठ सं0

Publication Details

Published in : Volume 1 | Issue 1 | November-December 2018
Date of Publication : 2018-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 170-180
Manuscript Number : GISRRJ1811311
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ विकास चन्द्र वशिष्ठ, "भारतीय राजनीति पर जाति व्यवस्था का प्रभाव", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 1, Issue 1, pp.170-180, November-December.2018
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ1811311

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