असमिया शब्द निर्माण में विविध जनजातियों का योगदान

Authors(1) :-दिगंत बोरा

मानव सभ्यता का इतिहास प्रवजन का इतिहास है । प्रवजन से मानव सभ्यता और संस्क्र्ति में समंवय हुआ है । इसी प्रवजन के कारण ही असमिया समाज और संस्कृति के साथ-साथ भाषा पर भी विविध जाति-जनजातियों का प्रभाव देखने को मिलती है । असमिया शब्द गठन में समय समय पर आये हुए विविध जनजातियों का प्रभाव देखने को मिलती हैं । जिनमें कछारी, आहोम, मिचिंग, मिचिमी, खाम्टी, नगा, नरा, मान, चुतिया आदि । इन जनजातियों से बहुर से शब्द असमिया भाषा में आयी है । जैसे – मानधपात, मान कचु मान लोगों के प्रभाव से आया है । उसी प्रकार भोट जलकिया, भोट लाई भूट लोगों के प्रभाव से आया है ।

Authors and Affiliations

दिगंत बोरा
शोधार्थी, हिंदी विभाग, राजीव गांधी विश्वविद्यालय, रोनो हिल्स, इतानगर, अरुणाचल प्रदेश, भारत

असम, असमिया, भाषा, शब्द, जाति, जनजाति, संस्कृति, समाज, प्रवजन, सभ्यता, निर्माण, सामग्री, इतिहास, शब्द-भण्डार, कृषिजात, लोग आदि ।

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 1 | January-February 2019
Date of Publication : 2019-01-01
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 34-39
Manuscript Number : GISRRJ19215
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

दिगंत बोरा, "असमिया शब्द निर्माण में विविध जनजातियों का योगदान", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 2, Issue 1, pp.34-39, January-February.2019
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19215

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