Manuscript Number : GISRRJ19217
अकबर और हिन्दू-मुस्लिम सद्भाव
Authors(1) :-डाॅ0 आनन्द प्रकाश मानवता के हित को सर्वोपरि रखकर अकबर ने अपनी शासन सत्ता संचालित की। जिससे हिन्दू-मुसलमान दोनों वर्गों का हित हुआ और आपस में सद्भाव की भावना का विकास हुआ। दोनों सम्प्रदायों के बीच उत्पन्न वैमनस्यता में कमी आयी। अकबर की यह मध्यकालीन समन्वय एवं सद्भाव की नीति एक विशिष्ट उपलब्द्धि है। जो आज भी भारत ही नहीं विश्व के लिए उदाहरणीय और अनुकरणीय है।
डाॅ0 आनन्द प्रकाश प्रभुदत्त शास्त्री‚ गणपति सम्भवम्‚ महाकाव्य‚ ध्वनि‚ रस‚ रीति‚ गुण‚ अलंकार‚ बिम्ब विधान। -आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव-अकबर महान,भाग-2,पृष्ठ-12. Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 1 | January-February 2019 Article Preview
असि0 प्रोफेसर इतिहास, पं0रा0ल0शु0 राजकीय पी0जी0 कालेजए आलापुर, अम्बेडकर नगर। भारत
2- आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव- अकबर महान,भाग-1,पृष्ठ-65.
3-अकबरनामा,भाग-2, पृष्ठ-421(अंग्रेजी अनुवाद एच0 वेवरिज)।
4- आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव-अकबर महान,भाग-2,पृष्ठ-285-286.
5-सुरेश मिश्र-अकबर, पृष्ठ-124.
6-आइन-ए-अकबरी,भाग-1, पृष्ठ-287-288(अंग्रेजी अनुवाद एच0 ब्लाखमैन तथा
डी0सी0फिलाट)।
7- आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव-अकबर महान,भाग-2,पृष्ठ-282.
8- अकबरनामा,भाग-2, पृष्ठ-159-160,(अंग्रेजी अनुवाद एच0 वेवरिज)।
9-मुन्तखब-उत-तवारीख,भाग-2 पृष्ठ-392,(अंग्रेजी अनुवाद रैंगिग लो तथा हेग)।
10- आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव-अकबर महान,भाग-2,पृष्ठ-311.
11-सुरेश मिश्र-अकबर, पृष्ठ-106.
12- आशीर्वादी लाल श्रीवास्तव-अकबर महान,भाग-2,पृष्ठ-268.
13--सुरेश मिश्र-अकबर, पृष्ठ-38.
14- आइन-ए-अकबरी,भाग-1, पृष्ठ-287-288(अंग्रेजी अनुवाद एच0 ब्लाखमैन तथा
डी0सी0फिलाट)।
15-वी0ए0 स्मिथ-महान मुगल अकबर (हिन्दी अनुवाद) लखनऊ 1967, पृष्ठ-446.
16- आइन-ए-अकबरी,भाग-1, पृष्ठ-287-288(अंग्रेजी अनुवाद एच0 ब्लाखमैन तथा
डी0सी0फिलाट)।
17-कालिका रंजन कानूनगो-दाराशिकोह पृष्ठ-178.
18-डाॅ0हरिशंकर श्रीवास्तव-मुगल शासन प्रणाली, पृष्ठ-247.
19-डाॅ0 नगेन्द्र सक्सेना- राष्ट्रीय एकता के संास्कृतिक सूत्र,पृष्ठ-65.<
Date of Publication : 2019-03-25
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 40-45
Manuscript Number : GISRRJ19217
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19217