Manuscript Number : GISRRJ19224
कुमारसंभवम् महाकाव्य में पर्यावरण: एक विमर्श
Authors(1) :-नीतू सिंह कालिदास ने पर्यावरण का आलम्बन और उद्दीपन दोनों रूपों में वर्णन किया है। कुमारसम्भवम् के प्रथम सर्ग में हिमालय के सौन्दर्य का वर्णन आलम्बन रूप में किया है। हिमालय का वर्णन पाठक के मानस पठल पर हिमलालय की सुन्दरता का स्पष्ट चित्र खींचने में पूर्णतया समर्थ है।
नीतू सिंह स्वाभाविक, मनोरम, कुमारसम्भवम्, पर्यावरण, साहित्य। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 2 | March-April 2019 Article Preview
शोधच्छात्रा, संस्कृत विभाग,स्नातकोार महाविद्यालय, गाजीपुर, उ0प्र0, भारत
Date of Publication : 2019-03-30
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Page(s) : 15-19
Manuscript Number : GISRRJ19224
Publisher : Technoscience Academy
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