Manuscript Number : GISRRJ192410
नवादा जिला में मानव संसाधन एवं साक्षरता का विकास : एक भौगोलिक अद्य्ययन
Authors(1) :-डाo कुश कुमार साक्षरता का सामाजिक आर्थिक महत्व अत्यधिक है विभिन्न देशों में इसे अलग- अलग ढंग से परिभाषित किया गया है| भारत में साक्षरता का अर्थ अपने दैनिक जीवन में साधारण कथन को समझ के साथ उसको लिखने तथा पढ़ने की योग्यता रखने से है | मानव सभी विकास तंत्र के केंद्र में होता है | वह अपनी शिक्षा विज्ञान और तकनीक का प्रयोग करके प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग से संस्कृति का निर्माण करता है | किसी भाषा में एक साधारण संदेश को समझ कर, पढ़ एवं लिखने सकने की क्षमता रखने वाले व्यक्ति को साक्षर कहा जाता है | साक्षरता को अनेक सामाजिक तथा आर्थिक पक्ष प्रभावित करते हैं | नवादा जिला की उत्पत्ति पुराने गया जिला से निकालकर 2 अक्टूबर 1972 को हुई | यह जिला पहले पुराने गया जिला का एक अनुमंडल था | इस जिला का क्षेत्रफल 2,494 वर्ग किलोमीटर है | इस जिला के प्रखंडों में साक्षरता दर वितरण की असमानता आर्थिक विकास में विभिन्नता के कारण है | शिक्षा में लैंगिक विभिन्नता के साथ ग्रामीण नगरीय अंतर भी पाया जाता है | जिले में पुरुष स्त्री तथा ग्रामीण नगरों की साक्षरता दर में स्ष्पस्त: असमानता पाई जाती है | केंद्रीय तथा राज्य सरकारों के प्रयत्न से जिला में साक्षरता दर लगातार बढ़ी है | पिछले वर्षों में साक्षरता दर में तीव्र गति से वृद्धि हुई है और भविष्य में यह वृद्धि दर तीव्रतर होने की संभावना है |
डाo कुश कुमार मानव संसाधन, साक्षरता, पुरुष स्त्री साक्षरता दर, साक्षरता विकास | Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 2 | March-April 2019 Article Preview
एम०एस०सी०, पी०एच०डी०, एम०एड०, सर जी०डी० पाटलीपुत्र उच्च माध्ममिक विधालय, कदम कुआँ, पटना-03, भारत
Date of Publication : 2019-04-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 34-40
Manuscript Number : GISRRJ192410
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ192410