Manuscript Number : GISRRJ19258
पुराणों में सृष्टि विवेचन
Authors(1) :-डाॅ0 उधम मौर्य पुराणों में जगत् की उत्पत्ति, स्थिति एवं लय का स्पष्ट प्रमाण मिलता है। पुराणों सृष्टि का मूल कारण परमात्मा को माना गया है। उन्हें सभी जगह उपस्थित होने के कारण वासुदेव कहा जाता हैै। वे भगवान ही सृष्टि के त्रिविध प्रयोजन सृष्टिस्थिति-संहार के निमित्त क्रमशः ब्रह्मा, विष्णु और शिव इन संज्ञाओं को धारण करते हैं। पुरुष और प्रकृति के संयोग से इस सृष्टि का विकास होता है।
डाॅ0 उधम मौर्य ब्राह्मी -सृष्टि, रौद्री सृष्टि, अंगज सृष्टि, मानवी एवं मैथुनी सृष्टि, सिसृक्षोन्मुख, हिरण्यगर्भ। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 5 | September-October 2019 Article Preview
भूतपूर्व शोधछात्र, दर्शन एवं धर्म विभाग, कला संकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी,उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2019-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 35-39
Manuscript Number : GISRRJ19258
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19258