स्कन्दपुराण में आश्रमव्यवस्था का संक्षिप्त अवलोकन

Authors(1) :-डॉ0 वन्दना सिंह

स्कन्दपुराण में कहा गया है कि समापवर्तन संस्कार के बाद व्यक्ति को गृहस्थाश्रम में स्त्री सहित रहना चाहिए। पुत्र-पौत्रों की उत्पत्ति के बाद वानप्रस्थ आश्रम में प्रवेश करना चाहिए जैसे चींटी मूल से शाखा पर क्रमशः चढ़ती है और वह पदगामिनी क्रमशः सहज से सहज फल पर पहुँचती है विघ्न की आशंका को त्यागकर तथा थक जाने पर विश्राम करती है तथा सुख का आनन्द लेती है। उसी प्रकार व्यक्ति को क्रमशः ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ के बाद संन्यास आश्रम में प्रवेश करना चाहिए तभी व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Authors and Affiliations

डॉ0 वन्दना सिंह
असिस्टेन्ट प्रोफेसर (संस्कृत विभाग), प्रताप बहादुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, प्रतापगढ़ सिटी, प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश।

स्कन्दपुराण, आश्रमव्यवस्था, संस्कार, धर्म, पुरुषार्थ।

  1. संस्कृत हिन्दी शब्दकोश-वामन शिवराम आप्टे पृ0 167
  2. यजुर्वेद 40.2
  3. हिन्दूधर्म का गौरव ग्रन्थ-कृष्ण बल्लभ द्विवेदी
  4. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथम भाग 10.49
  5. च्तंइीन भ्पदकन ैवबपंस व्तहंदप्रंजपवद च्ण्च्ण्83
  6. विष्णुपुाण 1.6.33
  7. ब्रह्माण्ड पुराण 27.1.70-71
  8. च्तंइीन भ्पदकन ैवबपंस व्तहंदप्रंजपवद च्ण्च्ण्22
  9. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथमभाग 20.60-69
  10. ऋग्वेद 10/102/5 अथर्ववेद 6/8/102 शत0बा0 11/3/3/1
  11. ब्रह्म वेदस्तदध्ययनार्थ व्रत तदपि ब्रह्मा। तच्चरतीति ब्रह्मचारी-काशिका 8.3.86
  12. हिन्दू-धर्म का गौरवग्रन्थ-कृष्णवल्लभ द्विवेदी पृ 243
  13. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथमभाग-11 (एकादश अध्याय)
  14. कृतादारपरिग्रहो गृहस्थः गृहशब्दस्य दारवचनत्वात्। कुल्लूक भट्ट मनु0-3.2
  15. विष्णुपुराण 3.9.7-11
  16. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथमभाग 20.68-71
  17. महाभाष्य 2.1.26
  18. मनुस्मृति 2.67
  19. प्राचीन भारतीय संस्कृति पृ 74 डा0 वीरेन्द्र कुमार सिंह
  20. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथमभाग 10.48-51
  21. संस्कृत हिन्दी कोश, वामन शिवराम आप्टे पृ0 879
  22. गृहस्थस्तु यदा पश्येद्वलीपलितमात्मनः अपत्यस्यैव चापत्यं तदारण्यं समाश्रयेत्। मनुस्मृति 6.2
  23. स्वाध्याये नित्ययुक्तः स्याद्दान्तो मैत्रः समाहितः। दाता नित्यमनादाता सर्वभूतानुकम्पकः।।मनु0 6.8
  24. प्राचीन भारतीय संस्कृति पृ0-78 डॉ0 वीरेन्द्र कुमार सिंह
  25. ब्रह्मचर्य क्षमा शौचं तस्य धर्मः सनातनः एवं स विगते प्राणे देवलोके महीयते। महाभारत, अनुशासन पव 1.21
  26. स्कन्दपुाण, काशीखण्ड प्रथम भाग- 10.56-57
  27. बौधायन धर्मसूक्त 10.1
  28. गीता 5.3
  29. महाभारत, शान्तिपर्व 192.3
  30. मनुस्मृति 6.33-6.55
  31. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथम भाग-20.70-71
  32. स्कन्दपुराण, काशीखण्ड प्रथम भाग-20.70-71

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 6 | November-December 2019
Date of Publication : 2019-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 105-112
Manuscript Number : GISRRJ19276
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डॉ0 वन्दना सिंह, "स्कन्दपुराण में आश्रमव्यवस्था का संक्षिप्त अवलोकन", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 2, Issue 6, pp.105-112, November-December.2019
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19276

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