Manuscript Number : GISRRJ19276
स्कन्दपुराण में आश्रमव्यवस्था का संक्षिप्त अवलोकन
Authors(1) :-डॉ0 वन्दना सिंह स्कन्दपुराण में कहा गया है कि समापवर्तन संस्कार के बाद व्यक्ति को गृहस्थाश्रम में स्त्री सहित रहना चाहिए। पुत्र-पौत्रों की उत्पत्ति के बाद वानप्रस्थ आश्रम में प्रवेश करना चाहिए जैसे चींटी मूल से शाखा पर क्रमशः चढ़ती है और वह पदगामिनी क्रमशः सहज से सहज फल पर पहुँचती है विघ्न की आशंका को त्यागकर तथा थक जाने पर विश्राम करती है तथा सुख का आनन्द लेती है। उसी प्रकार व्यक्ति को क्रमशः ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ के बाद संन्यास आश्रम में प्रवेश करना चाहिए तभी व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
डॉ0 वन्दना सिंह स्कन्दपुराण, आश्रमव्यवस्था, संस्कार, धर्म, पुरुषार्थ। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 6 | November-December 2019 Article Preview
असिस्टेन्ट प्रोफेसर (संस्कृत विभाग), प्रताप बहादुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय, प्रतापगढ़ सिटी, प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश।
Date of Publication : 2019-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 105-112
Manuscript Number : GISRRJ19276
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19276