वर्तमान भारतीय शिक्षा में नई शिक्षा नीति- 2020 की भूमिका

Authors(1) :-डॉ रमाशंकर

शिक्षा एक ग्रामीण व्यक्ति और समाज की प्रगति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साधन है। शिक्षा व्यक्ति की सोच, योग्यता और बुद्धि विकसित करती है। समय के साथ, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, शैक्षिक पहल के लिए प्रौद्योगिकी को सशक्त बनाकर शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। प्रौद्योगिकी में प्रगति के साथ, शिक्षकों और शिक्षार्थियों के लिए कई नई तकनीकें सामने आई हैं। सभी के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए, मुक्त और दूरस्थ शिक्षा को आज सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के सहयोग से अधिक महत्व मिल रहा है। आईसीटी समकालीन शिक्षण प्रौद्योगिकियों के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करता है- ई-लर्निंग, ऑनलाइन लर्निंग, और वर्चुअल क्लास रूम जो दूर के शिक्षार्थियों के लिए उपयोगी हैं। दूरस्थ शिक्षा में आईसीटी ने शिक्षण-अधिगम को एक उत्तेजक गतिविधि बना दिया है, साथ ही शिक्षार्थियों के बीच व्यावहारिक कौशल विकसित करने में भी मदद की है। तकनीकी प्रगति विशेष रूप से आईसीटी के क्षेत्र में शिक्षकों को विभिन्न रणनीतियों का उपयोग करने की अनुमति देती है जो छात्रों की रुचि को सक्रिय रूप से संलग्न करती हैं और इस प्रकार प्रशिक्षण प्रक्रिया को सफल बनाती हैं।

Authors and Affiliations

डॉ रमाशंकर
असिस्टेंट प्रोफेसर, शिक्षाशास्त्र विभाग, भारतीय महाविद्यालय, फर्रुखाबाद।

दूरस्थ शिक्षा, आईसीटी, शिक्षण और सीखना, छात्र आदि।

  1. गुप्ता,एस.पी.“ शिक्षा का इतिहास, विकास एवं समस्याएं।
  2. सोनी, रामगोपाल, “उदयोन्मुख भारतीय समाज में शिक्षक, एच.पी भार्गव बुक हाउस,  आगरा।
  3. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली।
  4. दैनिक हिंदी समाचार पत्र अमर उजाला।
  5. दैनिक हिंदी समाचार पत्र दैनिक जागरण।

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022
Date of Publication : 2022-02-25
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 05-09
Manuscript Number : GISRRJ203328
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डॉ रमाशंकर, "वर्तमान भारतीय शिक्षा में नई शिक्षा नीति- 2020 की भूमिका ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 5, Issue 1, pp.05-09, January-February.2022
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203328

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