रूस की विदेश नीति (निरन्तरता और परिवर्तन)

Authors(1) :-मदन कुमार वर्मा

पुराने सोवियत संघ के उत्तराधिकारी रूस ने नव उदारवाद के युग में पूर्णतः पुराने सोवियत संघ से भिन्न विदेश नीति अपनायी है, ताकि पाश्चात्य देशों व न्ण्ैण्।ण् के सहयोग अपना त्वरित विकास कर सके एवं अपने यहाँ लोकतन्त्र व नव-उदारवाद को मजबूत कर सके अब यहाँ साम्यवाद बीते युग की बात हो गयी आज रूस का कोई अन्तर्राष्ट्रीय हित नही है।

Authors and Affiliations

मदन कुमार वर्मा
एसोसिएट प्रोफेसर, राजनीति शास्त्र, उपाधि (पी.जी.) महाविद्यालय, पीलीभीत, उत्तर प्रदेश।

शीतयुद्ध, द्विध्रुवीयता, एक ध्रुवीयता, ग्लोस्नोस्त, पेरेस्त्रोइका, राष्ट्रीय हित, विचारधारा इत्यादि।

  1. अन्तराष्ट्रीय राजनीति - फाडिया बी.एल.
  2. प्रमुख देशों की विदेश नीतियां - कोली सी.एम.
  3. अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध - सिंहल एस.सी.
  4. अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध - शर्मा, डा0 मथुरा लाल
  5. विभिन्न पत्र-पत्रिकाएं

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022
Date of Publication : 2022-01-25
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 21-24
Manuscript Number : GISRRJ203331
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

मदन कुमार वर्मा, "रूस की विदेश नीति (निरन्तरता और परिवर्तन) ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 5, Issue 1, pp.21-24, January-February.2022
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203331

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