स्वातंत्र्योत्तर जन आंदोलन और हिंदी कविता

Authors(1) :-डॉ अर्चना त्रिपाठी

किसान आंदोलन की ऐतिहासिक एवं वैचारिक पड़ताल की आज सख़्त ज़रूरत है। आज के समाज में हो रहे सामाजिक, नव सामाजिक आंदोलनों पर लेखकों को एक बार फिर से उसी तेवर के साथ लिखने और जनता के सामने लाने की ज़रूरत है। आज ज़रूरत है एक बार फिर से जन में शामिल होकर जनता का आदमी बनने की क्‍योंकि दुनिया रोज बनती है और समय का पहिया चलता रहता है और आंदोलनों से निकले लहू से क्रांति गीत बनता है।

Authors and Affiliations

डॉ अर्चना त्रिपाठी
असिस्टेंट प्रोफेसर, डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय।, भारत।

स्वातंत्र्योत्तर, जन, आंदोलन, हिंदी, कविता, ऐतिहासिक|

  1. सिंह: नामवर ‘हिंदी साहित्य के पच्चीस वर्ष, आलोचना, जनवरी-मार्च, 1974, पृ. सं.- 68
  2. वही, पृ. सं.- 66
  3. पांडेय मैनेजर,‘स्वातंत्र्योत्तर हिंदी साहित्य के इतिहास में लेखन की समस्याएँ’ शीर्षक लेख, आलोचना, जनवरी-मार्च,1979, पृ. सं. – 42, 43
  4. तलवार वीर भारत, (संपादक)- नक्सलबाड़ी के दौर में, प्रधान हरिशंकर प्रसाद: भारतीय समाजवादी आंदोलन, शीर्षक लेख, प्रकाशन- अनामिका पब्लिशर्स, नई दिल्ली, संस्करण-2007, पृ.सं.- 183-84
  5. नागार्जुन चयनित कविताएँ, संपादक: मैनेजर पांडेय, नेशनल बुक ट्र्स्ट, इंडिया, पहला संस्करण-:2010, पृ.सं.-13
  6. राय रामजी (प्रधान संपादक) जनमत, वर्ष-25,अंक, 2 मई 2006,पृ.सं.-44
  7. राव वरवर, साहस गाथा, संपादन एवं अनुवाद- शशि नारायण स्वाधीन, नुसरत मोहियोद्दीन,प्रकाशन-वाणी, संस्करण- प्रथम:2005, पृ.सं.-107
  8. निहां हुस्न तबस्सुम, चाँद-ब चाँद, बोधि प्रकाशन, प्रथम संस्करण: सितंबर, 2013, पृ.सं.-94
  9. सहाय घनश्याम,भारत में सामाजिक आंदोलन,अनुवादक- हरिकृष्ण रावत, प्रकाशन-रावत, पृ.सं.- 233, 238
  10. पांडेय गोरख, जागते रहो सोने वालों, प्रकाशन-राधाकृष्ण, प्रथम संस्करण:1983 - पृ.सं.- 105

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022
Date of Publication : 2022-02-07
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 105-110
Manuscript Number : GISRRJ203341
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डॉ अर्चना त्रिपाठी, "स्वातंत्र्योत्तर जन आंदोलन और हिंदी कविता ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 5, Issue 1, pp.105-110, January-February.2022
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203341

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