हिन्दी साहित्य में उपन्यास विधा का उद्भव एवं विकास

Authors(1) :-इन्दुबाला यदुवंशी

हिन्दी उपन्यास की कथा-भूमि काफी विस्तृत हो चुकी है और इन्हीं वर्गों से लेखक ऊँचे स्वर में सामाजिक न्याय की माँग करने लगे हैं। यदि यही प्रयास रहा तो हम उपन्यास न्याय की माँग करने लगे हैं। यदि यही प्रयास रहा तो हम उपन्यास साहित्य को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सक्षम रहेंगे और हिन्दी का व्यापक प्रचार-प्रसार करने में सफल हो सकते हैं।

Authors and Affiliations

इन्दुबाला यदुवंशी
शोध छात्रा-हिन्दी, श्री गान्धी पी0 जी0 काॅलेज मालटारी, आजगमढ़, सम्बद्ध वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर, उत्तर प्रदेश, भारत।

हिन्दी, उपन्यास, कथा-भूमि, साहित्य, सामाजिक, अन्तरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय।

1. न्यू इंग्लिश डिक्शनरी
2. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, हिन्दी साहित्य का इतिहास पृ0 सं0 - 535 नागरणी प्रचारिणी सभा, वाराणसी।
3. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, हिन्दी साहित्य का इतिहास पृ0 सं0 - 455
4. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, हिन्दी साहित्य का इतिहास पृ0 सं0 - 498
5. आलोचना (पत्रिका), जनवरी - मार्च 1986, पृ0 सं0 - 53
6. आलोचना (पत्रिका), जनवरी - मार्च 1986, पृ0 सं0 - 61
7. प्रेमचन्द्र, कुछ विचार, पृ0 संख्या - 145
8. शिवपूजन सहाय, देहाती दुनिया, प्रथम संस्करण (1983), भूमिका
9. प्रेमचन्द्र, कुछ विचार, पृ0 संख्या - 104
10. डाॅ0 इन्द्रनाथ मदान, आधुनिकता और हिन्दी उपन्यास, पृ0 सं0 - 66
11. यशपाल, दिव्या (उपन्यास), भूमिका (1945), पृ0 सं0 - 20-21
12. डाॅ0 देवराज उपाध्याय, हिन्दी साहित्य शब्द कोश (1979), पृ0 सं0 - 6

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 4 | July-August 2020
Date of Publication : 2020-07-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 31-39
Manuscript Number : GISRRJ20346
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

इन्दुबाला यदुवंशी, "हिन्दी साहित्य में उपन्यास विधा का उद्भव एवं विकास", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 4, pp.31-39, July-August.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ20346

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