Manuscript Number : GISRRJ203515
मैथिलीशरण गुप्त: नारी भावना
Authors(1) :-डाॅ0 लालजीत राम मैथिलीशरण गुप्त की नारी में आत्मबल है वह भयभीत नहीं होती। उस पर किये गये अत्याचार एवं अन्याय का प्रतिरोध करने के लिए तैयार रहती है। महापुरुषों के त्याग के पीछे नारी की छिपी वेदना को सामने लाते हैं और भारतीय संस्कृति के मर्यादाओं की रक्षा करते हैं।
डाॅ0 लालजीत राम मैथिलीशरण गुप्त, नारी,भावना, हिन्दी, साहित्य, कवि। Publication Details Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020 Article Preview
असि0 प्रोफेसर- हिन्दी, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, आलापुर, अम्बेडकरनगर, उत्तर प्रदेश, भारत।
Date of Publication : 2020-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 77-80
Manuscript Number : GISRRJ203515
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203515