भारत में महिलाओं की स्थिति: अतीत और वर्तमान

Authors(1) :-डाॅ. कामिनी कुमारी

आज आजादी के 70 सालों बाद भी भारत में महिलाओं की स्थिति संतोषजनक नही कही जा सकती। आधुनिकता के विस्तार के साथ-साथ देश में दिन-प्रतिदिन बढ़ते महिलाओं के प्रति अपराधों की संख्या के आंकड़े चैकाने वाले हैं। उन्हें आज भी कई प्रकार के धार्मिक रीति-रिवाजों, कुत्सित रूढ़ियों, यौन अपराधों, लैंगिक भेदभावों, घरेलू हिंसा, निम्नस्तरीय जीवनशैली, अशिक्षा, कुपोषण, दहेज उत्पीड़न, कन्या भ्रूणहत्या, सामाजिक असुरक्षा, तथा उपेक्षा का शिकार होना पड़ रहा है।

Authors and Affiliations

डाॅ. कामिनी कुमारी
एम.ए., पीएच.डी., इतिहास, बी.आर.ए. बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर।, भारत

  1. प्राचीन भारत का इतिहास, कुमार एवं कुमार पृष्ठ 319-380.
  2. भारत का राज नैतिक एवंस ांस्कृतिक इतिहास , डाॅ0 ए.के. मित्तल, पृष्ठ 256.
  3. वही पृष्ठ.
  4. गुप्ता कमलेश कुमार, महिला स शक्तिकरण, बुक ए नक्लेव, जयपुर.
  5. वही पृष्ठ.
  6. हस नैन, नदीम (2004) स मकालीन भारतीय स माज , भारत बुक सेन्टर, लखनऊ.

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 4 | July-August 2020
Date of Publication : 2020-08-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 60-63
Manuscript Number : GISRRJ203550
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ. कामिनी कुमारी , "भारत में महिलाओं की स्थिति: अतीत और वर्तमान ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 4, pp.60-63, July-August.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203550

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