पंथ निरपेक्षता

Authors(1) :-मदन कुमार वर्मा

पंथ निरपेक्षता तुष्टीकरण की नीति का शिकार थी जिसका परिणाम ये था आये दिन आतंकवादी व अलगावादी गतिविधियाँ भारत के विभिन्न भागों में होती रही। आवश्यकता इस बात की है कि विशुद्ध पंथ निरपेक्षता की नीति अपनायी जाय ताकि राष्ट्रीय हित पर चोट न पहुंचे। बी.जे.पी. इसी नीति का पक्षधर है। यही कारण है कि बी.जे.पी. व उसके सहयोगी भारतीय राजनीति में सफल हो रहे हैं और कांग्रेस का पतन हो रहा है।

Authors and Affiliations

मदन कुमार वर्मा
एसोसिएट प्रोफेसर उपाधि (पी.जी.) महाविद्यालय, पीलीभीत उत्तर प्रदेश।

धर्म निरपेक्षता, धम्म, दीन-ए-इलाही, सर्वधर्म समभाव, पंथ निरपेक्षता, जैन धर्म, बौद्ध धर्म एवं आदिम धर्म आदि।

  1. भारतीय शासन एवं राजनीति - फाड़िया डा0 बी0एल0 डा0 कुलदीप फाडिया
  2. भारतीय शासन एवं राजनीति - नारंग ।ण्ैण्
  3. भारतीय सरकार एवं राजनीति - राय, एम. पी. एवं त्रिवेदी आर.एन.
  4. भारतीय राज्य व्यवस्था - जैन पुखराज।
  5. भारतीय राज्य व्यवस्था - सईद डा0 एस0एम0
  6. विभिन्न पत्र-पत्रिकाएं

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020
Date of Publication : 2020-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 212-215
Manuscript Number : GISRRJ2036714
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

मदन कुमार वर्मा, "पंथ निरपेक्षता ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 6, pp.212-215, November-December.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ2036714

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