वामनपुराण में नारी दशा

Authors(1) :-संगीता जायसवाल

पौराणिक समाज में वर्णित सती प्रथा को स्त्री की मार्मिक दशा भी कही जा सकती है, क्योंकि पति की मृत्यु के बाद वे असहाय-सी हो जाती थी और समाज द्वारा प्रताड़ित भी की जाती थी। शायद इसी कारण वे पति के साथ चिता पर आरूढ़ हो सती होना श्रेयस्कर समझती थी। गर्भावस्था में सती होना धर्मविहित नहीं था।

Authors and Affiliations

संगीता जायसवाल
शोध छात्रा, संस्कृत विभाग, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश, भारत।

वामनपुराण, समाज, सती-प्रथा,स्त्री, सामाजिक, पुरुष,साहित्य।

  1. कौशिक गृह्य सूत्र- 80, 3, 4
  2. कौशिक गृह्य सूत्र- 51/4-14
  3. आश्वलायन गृह्य सूत्र- 421-3
  4. आश्वलायन गृहृ सूत्र-446-7-8
  5. वामनपुराण- 17/42
  6. वामनपुराण- 17/5-7
  7. शतपथ ब्राह्मण- 5.3.1.10.
  8. महाभारत आदिपर्व’40.
  9. वायु पुराण- 62.156
  10. वामनपुराण- 30/12-13

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020
Date of Publication : 2020-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 73-76
Manuscript Number : GISRRJ203673
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

संगीता जायसवाल, "वामनपुराण में नारी दशा", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 6, pp.73-76, November-December.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203673

Article Preview