निःशस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा

Authors(2) :-डाॅ0 महेश पति त्रिपाठी, सम्बद्ध-दीन दयाल उपाध्याय

11 सितंबर 2001 को अतांकवाद का प्रलयकारी रूप विश्व के मानसपटल पर हमेशा अंकित रहेगा व अमेरिका के लिए वह विनाशकारी दिन एक सबक की तरह था, कि दूसरों के लिए कुंआ खोदने वाले कभी खुद भी उसमें गिर जाते हैं, ये कहावत अमेरिका पर सही सिद्ध होती है। राष्ट्रपति कैनेडी ने 1961 में कहा था कि इन हथियारों को नष्ट करना ही होगा वरना ये हमें नष्ट कर देंगे एवं यह धरती किसी के जीवित रहने योग्य ही नहीं रह सकेगी। यदि परमाणु युद्ध हुआ तो इस पृथ्वी से मानवता का समूल नाश कर देंगे। यदि यदि युद्ध केवल उतरी गोलार्द्ध में होता है तब भी इसके गंभीर परिणाम सम्पूर्ण विश्व को भुगतने होंगे। विश्व सुरक्षा व शांति के नाम पर विभिन्न प्रकार के हथियारों के ढेर पर बैठा है। यह सही कि उक्त कटौतियों के बावजूद मानव संहार के लिए पर्याप्त परमाणु भण्डार बचे रहेंगे। वर्तमान समय में परमाणु सम्पन्न राष्ट्र निःशस्त्रीकरण को अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक सही कदम मान रहे है, वहीं भारत इस संधि को भेदभाव पूर्ण मान रहा है। भारत का मानना है कि यह संधि न्यायपूर्ण नहीं है। यह योजना तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक इस योजना को पूरी ईमानदारी व वफादारी के साथ न अमल में लाया जाए, इस योजना में कई बाधाएं आ रही है, जिसमें अनुपात की समस्या मुख्य है। इसमें सभी देशों को अपने शस्त्रों का आनुपातिक रूप कम करना होगा, दूसरा राष्ट्रीय हित व सुरक्षा, राजनीतिक समस्याएं है। जब तक अन्तर्राष्ट्रीय राजनीति वैचारिक प्रतियोगिता, संकीर्ण राष्ट्रवाद, स्वार्थपूर्ण राष्ट्रीय हितों की सीमा में बंधी है तो निःशस्त्रीकरण संभव नही है।

Authors and Affiliations

डाॅ0 महेश पति त्रिपाठी
प्राचार्य, बाबू रामनरेश सिंह मेमोरियल डिग्री काॅलेज, कोना-सोनबरसा, बरही, गोरखपुर (उ0प्र0)
सम्बद्ध-दीन दयाल उपाध्याय
गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर (उ0प्र0)

निःशस्त्रीकरण, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद।

  1. हैंस जे मार्गेथो, अंतर्राष्ट्रीय सम्बंध।
  2. एयर कमोडोर जसजीत सिंह, भारतीय परमाणु शस्त्र, नई दिल्ली।
  3. कल्पना चितरंजन, भारतीय परमाणु शस्त्र, नई दिल्ली।
  4. रियर एडमिरल राजा मेनन, न्यूकिलियर स्ट्राटेजी ऑन इंडिया, नई दिल्ली।
  5. ए. सी. आर. पृ 608, 611
  6. स्ट्राटेजिक एनालाईसिस, आई.डी.एस.ए., नई दिल्ली।
  7. जसजीत सिंह, इंडिया एण्ड द सीटीबीटी, नई दिल्ली।
  8. एलफॉन्सो गासिया रोबलेस, न्यूकिलियर डिस्आरमामेंट, नई दिल्ली। (9) हिन्दुस्तान टाईम्स, नई दिल्ली।
  9. डॉ बी एल फाडिया, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, आगरा।
  10. स्टेटमेंट ऑफ रिपोर्ट
  11. इण्टरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैट्जेकि स्ट्डीज रिपोर्ट, नई दिल्ली।
  12. मिलिट्री बैलेंस
  13. मनप्रीत सेठी, भारतीय परमाणु शस्त्र, नई दिल्ली।
  14. इन इंडिया एंड डिसआर्मामेंट, नई दिल्ली।

Publication Details

Published in : Volume 4 | Issue 2 | March-April 2021
Date of Publication : 2021-03-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 171-176
Manuscript Number : GISRRJ213223
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ0 महेश पति त्रिपाठी, सम्बद्ध-दीन दयाल उपाध्याय, "निःशस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 4, Issue 2, pp.171-176, March-April.2021
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ213223

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