कोरोना संकट और हमारा दायित्व

Authors(1) :-रेशमा त्रिपाठी

कोरोना संकट के समय अपने मित्र, रिश्तेदार, समाज के लोगों की सहायता करें, पर ज़रूरी नहीं है कि वह सहायता आर्थिक ही हो। मनुष्य की जरूरतें रोटी, कपड़ा और मकान हैं यदि हम किसी को कुछ दिन छत दे सकते हैं, कुछ दिन रोटी दे सकते है और कुछ कपड़े अपने हिस्से का उसे दे सकते हैं तो वह भी हमारी मदद ही होगी, साथ ही सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना भी समूचे भारत में शान्ति सौहार्द, एकता और अखण्डता बनाये रखना भी देशहित में सहायक होगा। अब हमें, और आपको यह तक करना है कि जब तक कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो जाती हैं हमारा जनजीवन पहले जैसा सामान्य नहीं हो जाता हैं तब तक हमें अपने दायित्वों का निर्वाहन भलीं-भांति करना चाहिये। जिससे इस संकट की स्थिति में देश, आप और हम बाहर आ सकें।

Authors and Affiliations

रेशमा त्रिपाठी
शोधार्थी पीएचडी, अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, रीवा, मध्य प्रदेश।

कोरोना, संकट, समाज, आर्थिक, मनुष्य, मानसिक, वैक्सीन,देशहित, पालन।

  1. द हिन्दू में प्रकाशित लेख
  2. दृष्टि आडियो आर्टिकल 395
  3. केदारनाथ सिंह की कविता- चट्टान को तोड़ा
  4. दैनिक समाचार में प्रकाशित आंकड़े 2020-21
  5. स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट 2020
  6. डब्लू० एच० ओ० द्वारा जारी कोरोना के आँकड़े 2020-21

Publication Details

Published in : Volume 4 | Issue 3 | May-June 2021
Date of Publication : 2021-06-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 62-68
Manuscript Number : GISRRJ213312
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

रेशमा त्रिपाठी, "कोरोना संकट और हमारा दायित्व ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 4, Issue 3, pp.62-68, May-June.2021
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ213312

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