Manuscript Number : GISRRJ21455
भारत की आंतरिक सुरक्षा समस्याएं एवं चुनोतियाँ: भारतीय सुरक्षा बलों की भूमिका
Authors(2) :-डाॅ. नर्वदेश्वर पाण्डेय, विनोद कुमार
किसी भी देश के नागरिकों में जब असुरक्षा की भावना का भाव होता है, तब उस देश का विकास रुक जाता है, क्योंकि वहाँ का प्रशासन लोगों के साथ न होकर आंतरिक चुनोतियो से लड़ रहा होता है। भारत में आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की और बाह्य सुरक्षा की जिम्मेदारी रक्षा मंत्रालय के अधीन तीनों सेनाओं की होती है। आंतरिक सुरक्षा को बनाये रखने के लिए अलग अलग सुरक्षा बल, सुरक्षा एजंसियां और राज्य पुलिस बलों की मुख्य भूमिका होती है, लेकिन आज का बदलता बाह्य परिवेश हमारी आंतरिक सुरक्षा को प्रभावित करता है, इसलिये जरूरी है, कि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर दीर्घकालिक नीतियाँ बनाई जाए इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा प्रशासन सेवा के रूप में अलग से केंद्रीय सेवा बनाई जाए ताकि आंतरिक खतरों से आसानी से निपटा जा सकें।
डाॅ. नर्वदेश्वर पाण्डेय सुरक्षा, आंतरिक-सुरक्षा, आंतरिक-खतरे, बाह्य-खतरे, सम्प्रभुता, साम्प्रदायिकता, क्षेत्रीयता, जातिवाद, नक्सलवाद, विप्लवाद, आतंकवाद आदि। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 5 | September-October 2021 Article Preview
सह-आचार्य, रक्षा एवं स्त्रातजीय अध्ययन विभाग, का.सु.साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय अयोध्या
डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविधालय अयोध्या ।
विनोद कुमार
अनुसंधित्सु- रक्षा एवं स्त्रातजीय अध्ययन,का.सु .साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय अयोध्या
Date of Publication : 2021-09-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 24-29
Manuscript Number : GISRRJ21455
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ21455