Manuscript Number : GISRRJ223661
समकालीन कविता में सांस्कृतिक विरासत की खोज
Authors(1) :-डॉ राकेश चंद्र
भारतीय संस्कृति मानव इतिहास की अनमोल धरोहर है। भारतीय संस्कृति का प्रभाव विश्व के हर एक जाति या सम्प्रदाय पर पड़ा है। बाहरी आक्रमणों से इस पर कई आघात भी हुए हैं तथापि भारतीय संस्कृति आज भी अक्षुण्य है। संस्कृति किसी भी देश या समाज के लिए उसकी आत्मा के समान होती है जिसका तात्पर्य होता है- ‘‘मन की, हृदय की वृत्तियों को संस्कार के द्वारा सुधारना तथा उदात्त बनानार।’’1
डॉ राकेश चंद्र
Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 1 | January-February 2023 Article Preview
वस्तुतः संस्कृति आंतरिक गुणों का समूह है। वह एक प्रेरक शक्ति है। संस्कृति वो तत्व है जिसके आधार पर मानव अपने समूहों, सामाजिक जीवन व्यवस्था, लक्ष्यों तथा आदर्शों को बनाता है। प्रत्येक समाज का सांस्कृतिक रूप कुछ विशिष्टता लिये होता है।
एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, जे वी जैन कालेज, सहारनपुर , भारत।
Date of Publication : 2023-01-15
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 80-88
Manuscript Number : GISRRJ223661
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ223661