राजकमल चैधरी के काव्य में मूल्य चेतना

Authors(1) :-डॉ राकेश चंद्र

समकालीन लेखकों में लोकप्रिय राजकल चैधरी ने प्रयोगधर्मी एवं लोक से हटकर काव्य सर्जना की है। ये समकालीन कविता में निषेध और अकविता के पक्षधर कवि माने जाते हैं। इनका जन्म उत्तरी बिहार में मुरलीगंज के समीपवर्ती गाँव रामपुर हवेली में हुआ था। इनका वास्तविक नाम मणीन्द्र नारायण चैधरी था लेकिन स्नेहपूर्वक लोग इन्हें फूलबाबू कहकर पुकारते थे। अल्पायु में माँ त्रिवेणी देवी के असामयिक निधन का इन पर गहरा प्रभाव पड़ा और माँ के प्यार की कमी को इन्होंने सदैव महसूस किया। हम व्यस्क विमाता के आ जाने से पिता के साथ इनके सम्बन्धांे पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। पिता को उनके दूसरे विवाह के लिए इन्होंने कभी माफ नहीं किया। इनका विवाह शशिकांता चैधरी से हुआ जिनका इनके जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा। इन्होंने आजीविका के लिए पटना सचिवालय के शिक्षा विभाग में नौकरी की। इन्होंने मृत्युपर्यन्त कलकत्ता में पत्रकार, लेखक, अनुवादक, कवि के तौर पर लेखन कार्य किया।

Authors and Affiliations

डॉ राकेश चंद्र
एसोसिएट प्रोफेसर, हिंदी विभाग, जे वी जैन कालेज, सहारनपुर, भारत।

  1. उद्धत-नागार्जुन, सं0 प्रभाकर माचवे दिल्लीः राजकमल प्रकाशन 1977, पृ0 40
  2. राजकमल चैधरी, समकालीन हिन्दी कविता संवाद, सं0 निनय पृ0 84-85
  3. राजकमल चैधरी, पहली कविता की आखिरी शाम, लहर, सं0 प्रकाश जैन तथा मनमोहिनी पृ0- 12-13
  4. राजकमल चैधरी, ‘स्त्री’ प्रारम्भ, सं0 जगदीश चतुर्वेदी 1963, पृ0 90
  5. वही
  6. राजकमल चैधरी, ‘स्त्री’ प्रारम्भ, सं0 जगदीश चतुर्वेदी 1963, पृ0 90
  7. वही
  8. राजकमल चैधरी, कविता लहर, सं0 प्रकाश जैन तथा मनमोहिनी 1968, पृ0 45, 47
  9. राजकमल चै0 ‘मुक्ति प्रसंग’ 1966, पृ0 28, वाणी प्रकाशन, प्रका0 वर्ष 2006

Publication Details

Published in : Volume 6 | Issue 3 | May-June 2023
Date of Publication : 2023-06-12
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 80-85
Manuscript Number : GISRRJ225338
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डॉ राकेश चंद्र, "राजकमल चैधरी के काव्य में मूल्य चेतना", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 6, Issue 3, pp.80-85, May-June.2023
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ225338

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