मेवाड़ के शिलालेखों में वर्णित राजनैतिक चिन्तन

Authors(1) :-डॉ० मधुबाला जैन

मेवाड़ के इन शिलालेखांे मंे यहाँ की राजनैतिक संस्थिति भी उजागर होती है जिसमें प्राचीन राजनैतिक संस्थिति के अनुसार ही राज्य के सप्तांगांे का वर्णन हमें प्राप्त होता है।

Authors and Affiliations

डॉ० मधुबाला जैन
अतिथि व्याख्याता, राजकीय महाविद्यालय मावली, उदयपुर, राजस्थान।

मेवाड, शिलालेख, राजनैतिक, राजतन्त्र, भारतीय।

  1. ऋग्वेद, 4/42
  2. गौतम धर्मसूत्र 11/2/4-6
  3. कौटिलीय अर्थशास्त्र-6/96/1
  4. मनुस्मृति-9/296
  5. अथर्ववेद-3/4/2
  6. मनुस्मृति-7/60
  7. याज्ञवलक्य स्मृति-1/344
  8. मनुस्मृति-8/22
  9. वहीं-7/166
  10. वहीं-7/121
  11. वहीं-7/89-90
  12. वहीं-7/91-94
  13. कौटिलीय अर्थशास्त्र-2/1, 2/8
  14. मनुस्मृति-7/129
  15. वसिष्ठ धर्मसूत्र-19/15
  16. मनुस्मृति-8/38-40
  17. ऋग्वेद, 6/95
  18. अथर्ववेद-1/16/2,4
  19. याज्ञवलक्य स्मृति-1/13/329
  20. मनुस्मृति-7/87
  21. वहीं-7/208
  22. वहीं-7/186
  23. उदयपुर के पूर्व की ओर एक मील फासले पर हरिसिद्धि माता के मन्दिर की सीढ़ियांे का लेख।
  24. चित्तौड़गढ़ पर महासती स्थान के दरवाजे (रसिया की छत्री) की प्रशस्ति, श्लोक-39,48,50
  25. चित्तौड़गढ़ की महासती में समिद्वेश्वर महादेव के मंदिर में लगी प्रशस्ति, श्लोक-14, 18,19,31,36,38,43,44
  26. कुंभलमेरू पर मामादेव के मन्दिर की प्रशस्ति के चैथे पाषाण की चतुर्थी पट्टिका, श्लोक-217, 231, 232
  27. श्री एकलिंग जी के निज मंदिर मंे दक्षिणाद्वार के सामने दीवार में लगी प्रशस्ति, श्लोक-45, 49, 51, 56, 59, 64, 65, 67, 68, 74-78, 83, 84, 86, 90
  28. जगन्नाथराय मंदिर की प्रशस्ति, श्लोक-38
  29. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव के मंदिर की प्रशस्ति श्लोक-33
  30. राजप्रशस्ति सर्ग 4/31-33
  31. जगन्नाथराय मंदिर की प्रशस्ति, श्लोक-41,44,45,62,84,89,120,121
  32. जगन्नाथराय मंदिर की प्रशस्ति में मंदिर के वर्णन का श्लोक- 11,17-19,34
  33. राजप्रशस्ति सर्ग 5/26
  34. वहीं, सर्ग 6/9,30,31
  35. वहीं, सर्ग 7/16-23,42
  36. वहीं, सर्ग 8/47
  37. वहीं, सर्ग 9/4,7
  38. वहीं, सर्ग 5/51
  39. जयप्रशस्ति, सर्ग 7/15
  40. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव के मंदिर की प्रशस्ति श्लोक-44-45
  41. वहीं, श्लोक-46
  42. वहीं तृतीय प्रकरण, श्लोक-3,7,12
  43. हरबेन जी के खुरे पर शिवालय की प्रशस्ति, श्लोक-9
  44. जगत् शिरोमणि मंदिर की प्रशस्ति-श्लोक-18, 19
  45. सूरजपोल दरवाजे के भीतर सन्ध्यागिरि मठ के शिवालय की प्रशस्ति।
  46. उदयपुर में रामप्यारी की बाड़ी के मंदिर की प्रशस्ति-श्लोक-3,4
  47. उदयपुर में भीमपद्मेश्वर महादेव के मन्दिर की प्रशस्ति, श्लोक-32
  48. जगत् शिरोमणि मंदिर की प्रशस्ति-श्लोक-34,36-38
  49. गोकुलचन्द्रमा जी के मन्दिर की प्रशस्ति, श्लोक-38
  50. जगत् शिरोमणि मंदिर की प्रशस्ति-श्लोक-39, 40
  51. गोकुलचन्द्रमा जी के मन्दिर की प्रशस्ति, श्लोक-41, 43-45, 48, 53, 54, 99
  52. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव जी के मंदिर की प्रशस्ति, द्वितीय प्रकरण, श्लोक- 66-69
  53. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव के मंदिर की प्रशस्ति, पंचम प्रकरण, श्लोक- 2-5
  54. उदयपुर मंे दिल्ली दरवाजे के पास पंचोलियांे के मंदिर की प्रशस्ति, श्लोक- 15-17
  55. उदयपुर मंे भीमद्मेश्वर महादेव के मन्दिर की प्रशस्ति, श्लोक-39, 40
  56. कुम्भलमेरू के मामादेव मंदिर की प्रशस्ति, चतुर्थ पट्टिका, श्लोक-230
  57. एकलिंग के निज-मन्दिर में दक्षिणा द्वार के सामने की प्रशस्ति, श्लोक-89
  58. राजप्रशस्ति, सर्ग 10, श्लोक-27
  59. राजप्रशस्ति,
  60. राजप्रशस्ति सर्ग-6, श्लोक-12,13,23
  61. एकलिंग जी के मन्दिर में दक्षिणाद्वार के सामने की प्रशस्ति, श्लोक- 39,67,87
  62. जगन्नाथराय मंदिर की प्रशस्ति, श्री जगत्सिंह के मांधातृ यात्रा का प्रसंग, श्लोक- 114,115,117,118
  63. जगन्नाथराय मंदिर की प्रशस्ति, श्लोक- 40
  64. सीसारमा गांव के वैद्यनाथ महादेव के मंदिर की प्रशस्ति, तृतीय प्रकरण, श्लोक- 4,7,9,10
  65. राजप्रशस्ति, सर्ग 8, श्लोक-48
  66. चित्तौड़गढ़ के महासती स्थान के दरवाजे (सिया की छात्री) की प्रशस्ति, श्लोक- 6-13
  67. राजप्रशस्ति, सर्ग 1/19-24
  68. वहीं,तृतीय सर्ग/8-10
  69. वीर विनोद भाग-1, चित्तौड़ की महासतियों में समिद्धेश्वर महादेव के मंदिर में लगी हुई मोकलकालीन प्रशस्ति-श्लोक 65,69
  70. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव के मंदिर की प्रशस्ति श्लोक-45
  71. सारणेश्वर महादेव के मंदिर की प्रशस्ति।
  72. जगन्नाथराय मंदिर की प्रशस्ति, श्लोक-39
  73. राजप्रशस्ति सर्ग 5/28,7/26-29,8/14,15
  74. श्री एकलिंग के मंदिर मंे दक्षिणाद्वार के सामने की प्रशस्ति-श्लोक-84
  75. जगत्शिरोमणि के मंदिर की प्रशस्ति,श्लोक-19
  76. चित्तौड़ के महासती स्थान के दरवाजे की प्रशस्ति-श्लोक-16,17
  77. वहीं, श्लोक-43
  78. श्री एकलिंग के दक्षिणाद्वार के सामने की प्रशस्ति-श्लोक-25
  79. चित्तौड़ की महासतियों में समिद्धेश्वर महादेव की प्रशस्ति, श्लोक-55
  80. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव मंदिर की प्रशस्ति, श्लोक-57,58,61
  81. राजप्रशस्ति, सर्ग 6/18-21
  82. वहीं, सर्ग 7/3-4
  83. सीसारमा गाँव के वैद्यनाथ महादेव के मंदिर की प्रशस्ति, पंचम प्रकरण, श्लोक-15,16
  84. गोकुलचन्द्रमा मंदिर की प्रशस्ति-श्लोक-44
  85. राजप्रशस्ति सर्ग 5/13, 14
  86. वहीं, सर्ग 8/5-7

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 4 | July-August 2022
Date of Publication : 2022-07-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 01-14
Manuscript Number : GISRRJ22541
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डॉ० मधुबाला जैन, "मेवाड़ के शिलालेखों में वर्णित राजनैतिक चिन्तन ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 5, Issue 4, pp.01-14, July-August.2022
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ22541

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