Manuscript Number : GISRRJ225617
रघुवीर सहाय की कविता में राजनैतिक यथार्थबोध
Authors(1) :-डाॅ0 भूपेन्द्र सिंह
रघुवीर सहाय की कविताअ¨ं में कथ्य की ऐसी तात्कालिकता, अनुभूति का ऐसा पैनापन अ©र अभिव्यक्ति की ऐसी तनावपूर्ण मुद्रा मिलती है ज¨ उन्हें अन्य सभी नये कविय¨ं से अलग करती है। राजनीतिक सन्दभर्¨ं क¨ जितना काव्य¨पय¨गी रधुवीर सहाय ने बनाया है उतना कम अन्य कविय¨ं ने। राजनीति उनके काव्य में कथन या विवरण के रूप में नहीं आती, वह संवेदना के रूप में उपस्थित ह¨ती है।
डाॅ0 भूपेन्द्र सिंह
रघुवीर सहाय, कविता, राजनीतिक, अनुभूति, काव्य। Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 6 | November-December 2022 Article Preview
सहायक प्राचार्य, हिन्दी, अवध बिहारी संस्कृत महाविद्यालय, रहीमपुर, खगड़िया, बिहार, भारत।
(कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत, विश्वविद्यालय, दरभंगा, बिहार)
Date of Publication : 2022-12-20
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 99-103
Manuscript Number : GISRRJ225617
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ225617