स्वातंत्र्योत्तर मैथिली उपन्यासमे प्रकृति चित्रण

Authors(1) :-डॉ. विनीत कुमार लाल दास

लिखावटक वाह्य-स्वरूपक आधारपर लेखनक तीन प्रकार मानल गेल अछि - गद्य, पद्य आ दुनूक मिश्रित रूप चम्पू। गद्य साहित्यक एक भेद उपन्यासकेँ कहल जाइत अछि। तेँ उपन्यासकेँ बुझबाक लेल सबसँ पहिले गद्य साहित्यकेँ बुझब आवश्यक अछि। मैथिली भाषा-भाषीक लेल ई गौरवक विषय अछि जे आधुनिक भारतीय भाषामे उपलब्ध सभसँ प्राचीन गद्य-ग्रंथ मैथिली भाषाक ‘वर्णरत्नाकर’ अछि। तेँ मैथिली भाषामे गद्यक विकास बहुत पहिलेसँ भेल अछि। ज्योतिरीश्वरक बाद गद्य मैथिली भाषामे लिखब लगभग बन्दे जकाँ रहल कारण ज्योतिरीश्वरक बाद विद्यापति अपन रचना अवहट्ठ आ संस्कृतमे गद्य रचना कयलाह तथा मैथिली भाषामे पद्यक रचना कयलाह मुदा गद्यक रचना मैथिली भाषामे नहि कयलाह।

Authors and Affiliations

डॉ. विनीत कुमार लाल दास
स्नात्कोत्तर (मैथिली), स्वर्णपदक प्राप्त, नेट, पटना विश्वविद्यालय, पटना

  1. मैथिली साहित्यक आलोचनात्मक इतिहास - डॉ. दिनेश कुमार झा (तेसर संस्करण 2007), मैथिली अकादमी, पटना; पृष्ठ संख्या - 130
  2. भलमानुस - योगानंद झा, (दोसर खेप 1989), मैथिली अकादमी, पटना; पृष्ठ संख्या - 104
  3. रंजना - डाॅ. लेखनाथ मिश्र, (दोसर खेप 1989), ज्योति प्रकाशन, पौना, मधुबनी; पृष्ठ सं. - 26
  4. पोखरि रजोखरि - उषाकिरण खान (2017), शेखर प्रकाशन, पटना; पृष्ठ सं.- 21
  5. कुचक्र - बिजेन्द्र कुमार मिश्र (2004), चामुण्डा प्रकाशन, गंधवारि, मधुबनी; पृष्ठ सं. - 11
  6. शेष - प्रदीप बिहारी (2012), चतुरंग प्रकाशन, बेगुसराय; पृष्ठ सं. - 07
  7. उसरगल लोक - सुरेन्द्र नाथ (2017), नवारम्भ, पटना; पृष्ठ सं. - 22
  8. स्वेदजीवी - मधुकान्त झा (2008), शेखर प्रकाशन, पटना; पृष्ठ सं.- 15
  9. ममता जोगी- मधुकान्त झा (2012), मनोरमा प्रकाशन, पटना; पृष्ठ सं. - 111
  10. उचाट - आशा मिश्र (2010), तूलिका प्रकाशन, दरभंगा; पृष्ठ सं. - 78
  11. सर्वस्वांत - साकेतानंद (2003), राजकमल प्रकाशन प्रा. लि., पटना; पृष्ठ सं. - 7
  12. दाग - गौरीनाथ (2012), अंतिका प्रकाशन, गाजियागाद, उत्तर प्रदेश, पृष्ठ सं. - 109
  13. मानव-कल्प - डाॅ. विद्यानाथ झा ‘विदित’ (2008), प्रस्तुति प्रकाशन, दुमका, झारखंण्ड; पृष्ठ सं. - 21
  14. उत्तर जनपद - रमानंद रेणु (2003), कर्णगोष्ठी, कोलकाता; पृष्ठ सं. - 59
  15. गुलो - सुभाष चंद्र यादव (2015), किसुन संकल्प लोक, सुपौल; पृष्ठ सं. - 36
  16. पंगु - जगदीश प्रसाद मंडल (2018), पल्लवी प्र्रकाशन, सुपौल; पृष्ठ सं. - 66

Publication Details

Published in : Volume 6 | Issue 2 | March-April 2023
Date of Publication : 2023-03-05
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 01-08
Manuscript Number : GISRRJ23621
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डॉ. विनीत कुमार लाल दास, "स्वातंत्र्योत्तर मैथिली उपन्यासमे प्रकृति चित्रण ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 6, Issue 2, pp.01-08, March-April.2023
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ23621

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