Manuscript Number : GISRRJ236623
शासन व्यवस्था मे सदाचार का स्थान
Authors(1) :-डा. श्रुति राय
राजव्यवस्था में शासक अथवा राजा तथा प्रजा-दोनो ही एक सिक्के के दो पक्ष हैं। तथापि शासक का स्थान ऊपर होता है। वह देश, राज्य तथा सम्पूर्ण प्रजा की सुरक्षा, उन्नति एवं चारित्रिक विकास का हेतु माना जाता है। यही कारण है कि आदर्श शासक कैसा होना चाहिये, उसपर भारतीय ज्ञानपरम्परा में प्रचुरता से चर्चा होती आई है। धर्मशास्त्रॊं, स्मृतियों एवं पुराणॊं में इसविषय में गंभीर चर्चा हुई है। इन चर्चाऒं में राजा के जीवन में सदाचार को भी महत्त्वपूर्ण स्थान प्रदान किया गया है। इस शॊधपत्र में राजा के सदाचार सम्बन्धी पक्ष पर प्रकाश डाला गया है।
डा. श्रुति राय
राजा, शासनव्यवस्था, विद्या, दण्ड नीति, न्याय।
Publication Details Published in : Volume 6 | Issue 6 | November-December 2023 Article Preview
असिस्टॆंट प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली।
Date of Publication : 2023-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 161-166
Manuscript Number : GISRRJ236623
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ236623