Manuscript Number : GISRRJ24717
कृषक श्रमिको का समाजशास्त्रीय अध्ययन
(रीवा जिले में जवा ब्लाॅक के अंतर्गत ग्राम जनकहाई के संदर्भ में)
Authors(2) :-डाॅ. शाहेदा सिद्दीक़ी, सीमा पटेल
भारत एक विकासशील एवं कृषि प्रधान राष्ट्र है। जहाँ पर कुल आबादी का लगभग 75 प्रतिशत भाग कृषि कार्यों पर आश्रित है। आज विश्व में प्रत्येक राष्ट्र विकास के चरम स्तर को प्राप्त करना चाहता है। इसके लिये विकासशील राष्ट्रों के सभी क्षेत्रों में चहुमुखी उन्नति की लक्ष्य सामने रखकर विकाश के सोपानों को स्पर्श करने का प्रयास किया जा रहा है। भारत कृषि मानसून की कृपा पर ही निर्भर है कभी अधिक वर्षा, कभी कम, वर्षा ओले तो कभी सूखा इत्यादि परिस्थितियों के कारण भारतीय कृषि निरन्तर प्रभावित रहती है। इसी वजह से कृषि उत्पादन में कमी हुई इसके कारण हमारे राष्ट्र के अधिकांश नागरिक गरीब एवं कमजोर है। इसी कारण से देश में आतंक, लूट, हत्या, चोरी, डकैती, विवाद इत्यादि वारदात होती है।
डाॅ. शाहेदा सिद्दीक़ी कृषक श्रमिक, सामाजिक स्थिति, कृषि, भारतीय अर्थव्यवस्था। Publication Details Published in : Volume 7 | Issue 1 | January-February 2024 Article Preview
प्राध्यापक,समाजसाास्त्र, शास. ठाकुर रणमत सिंह (स्वशासी ) महाविद्यालय रीवा (म0प्र0)
सीमा पटेल
शोधार्थी, समाजशास्त्र, शास. ठाकुर रणमत सिंह (स्वशासी) महाविद्यालय रीवा (म0प्र0)
Date of Publication : 2024-02-15
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 39-47
Manuscript Number : GISRRJ24717
Publisher : Technoscience Academy
(रीवा जिले में जवा ब्लाॅक के अंतर्गत ग्राम जनकहाई के संदर्भ में)
", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 7, Issue 1, pp.39-47, January-February.2024
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ24717