भक्ति आंदोलन उत्पत्ति एवं विकास - एक समीक्षा

Authors(1) :-शांति भूषण सिंह

भारत में भक्ति आंदोलन की जो वेद, महाकाव्य, पुराणों से ही निकलती दिखाई देती हैं, जो विविध क्षेत्रों में विभिन्न परिवर्तनों एवं प्रयोगों के साथ पुष्पित एवं पल्लवित होती हैं। भारत में भक्ति आंदोलन ने एक ऐसे समाज के निर्माण में योगदान दिया जहांँ प्रेम, समर्पण, सद्भाव के साथ जातीय भेदभाव, छुआछूत, लिंगीय विषमता को समाप्त करने का सफल प्रयास हुआ। इस आंदोलन ने क्षेत्रीय भाषा, स्थानीय बोली में गीतों एवं काव्यों की रचना कर उसे जनमानस तक पहँुंचाया तथा गीत एवं संगीत के माध्यम से भारत के सांस्कृतिक विकास को एक निर्णायक दिशा दी।

Authors and Affiliations

शांति भूषण सिंह
एसोसिएट प्रोफेसर (इतिहास) सर्वोदय पी.जी. कॉलेज, सलोन, रायबरेली, उत्तर प्रदेश।

भक्ति आंदोलन, महाकाव्य, पुराण, समाज, प्रेम, समर्पण, जनमानस।

  1. निर्मल दास - आदि ग्रंथ से संतों के गीत।
  2. केरेन पेचालिस - भक्ति का अवतार, भक्ति परंपराएं
  3. इंदिरा विश्वनाथन पीटरसन - शिव को कविताएं तमिल संतों के भजन
  4. जे ब्रेकिंगटन - द सैक्रेड थ्रेड हिंदुइज्म इन इट्स कंटिन्यूटी एंड डाइवर्सिटी
  5. महेश्वर नियोग - असम में वैष्णव आस्था और आंदोलन का इतिहास
  6. रेखा पांडे - हृदय से निकली दिव्या ध्वनियाँ।
  7. सुरेन्द्र नाथ दास गुप्ता - रामानुज जीवनी
  8. नाका मुराहाजीमे- प्रारम्भिक वेदान्त दर्शन का इतिहास।

Publication Details

Published in : Volume 7 | Issue 2 | March-April 2024
Date of Publication : 2024-04-05
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 107-110
Manuscript Number : GISRRJ247223
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

शांति भूषण सिंह, "भक्ति आंदोलन उत्पत्ति एवं विकास - एक समीक्षा", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 7, Issue 2, pp.107-110, March-April.2024
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ247223

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