Manuscript Number : GISRRJ24747
ब्रिटिशकालीन भारत में भू-राजस्व नीति
Authors(1) :-डॉ. श्रीकान्त वर्मा नई भूमि प्रणालियों (जमींदारी और रैयतवाड़ी) ने भूमि और किसान दोनों को गतिशील बना दिया, तथा साहूकार और अनुपस्थित जमींदार की शक्ति में वृद्धि के लिए रास्ता खुला छोड़ दिया।
- डी. एंड ए. थोर्नेर
साम्राज्यवादी अंग्रेजों ने भारतीय कृषि प्रणाली में बड़े पैमाने पर परिवर्तन किये। नवीन भूमि काश्तकारी पद्धतियाँ स्वमित्व, धारणाएं तथा सर्वाधिक भू-राजस्व की मांग ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था में ऐसे परिवर्तन किये जिससे सम्पूर्ण देश के कृषि क्षेत्र में हाहाकार मच गया तथा एक विकृत आधुनिकता सी आ गई।
डॉ. श्रीकान्त वर्मा Publication Details Published in : Volume 7 | Issue 4 | July-August 2024 Article Preview
पीएच. डी., मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग
Date of Publication : 2024-08-20
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Page(s) : 47-49
Manuscript Number : GISRRJ24747
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ24747