वृद्धा आश्रम एवं महिला वृद्धजन: दशा एवं दिशा

Authors(2) :-डाॅ0 सारिका दीक्षित, श्री अरूणेन्द्र प्रताप सिंह

वृद्धावस्था जीवन की अंतिम अवस्था होने के साथ ही विभिन्न समस्याओं को भी साथ लेकर आती है। इस अवस्था में व्यक्ति शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से कमजोर होने लगता है, तथा परिवार में अन्य सदस्यों के मध्य सामंजस्य न हो पाने के कारण तनाव की स्थिति निर्मित होती है साथ हि पाश्चात्य संस्कृति शहरीकरण, औद्योगिकीकरण और बदलती जीवन शैली का प्रभाव हमारे जीवन पर इतना पड़ चुका है कि अपने परिवार में तथा समाज मे वृद्धो को सम्मान तथा समुचित स्थान नही प्रदान करवा रहे है। परिणाम स्वरूप वृद्धाश्रम जैसी संस्थाओ का जन्म हुआ, जहांॅ रहते हुये महिला वृद्धजन अपने जीवन का शेष समय परिवार के सदस्यों के बिना व्यतीत करती है। वृद्धाश्रमों का उभरना परिवार संरचना में हो रहे बदलावों को दर्शाता है। महिला वृद्धजन अधिकतर विधवा परिवार द्वारा उपेक्षित या आर्थिक रूप से निर्भर होती है उनकी स्थिति पुरूषों की तुलना में अधिक नाजुक होती है। वृद्धाश्रम जो कभी अंतिम विकल्प माने जाते थे अब वृद्ध महिलाओं के लिए आश्रय स्थल बनते जा रहे है। इस शोघ पत्र में वृद्धाश्रमों की स्थिति वहांॅ उपलब्ध सुविधाएं वृद्ध महिलाओं का स्वास्थ्य तथा सामाजिक और मानसिक स्थिति का अध्ययन किया गया है। प्रस्तुत शोधपत्र वर्तमान में मध्यप्रदेश के महानगर एवं आर्थिक राजधानी इंदौर के संदर्भ में वृद्धाश्रम एवं महिला वृद्धजनः दशा एवं दिशा का समाज शास्त्रीय अध्ययन करना है।

Authors and Affiliations

डाॅ0 सारिका दीक्षित
शोधार्थी, महात्मा गांधी विश्वविद्यालय मेघालय
श्री अरूणेन्द्र प्रताप सिंह

वृद्धाश्रम पाश्चात्य संस्कृति, औद्योगिकीकरण, शहरीकरण, परिवार, मानसिक स्थिति, महिला वृद्धजन।

  1. एम.एन. श्रीनिवास(1966) ‘‘सोशल चेन्ज इन माॅर्डन इंडिया’’ आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रकाशन, प्रथम संस्करण
  2. यू.आर. देसाई(2000) ‘‘इण्डियन फैमिली इन ट्रांजिशनः अ सोषियोलाॅजिकल स्टडी’’ द्वितीय संस्करण पाॅपुलर प्रकाशन
  3. जी.आर. माधव(2012) ‘‘एल्डर्ली वूमेन एण्ड ओल्ड ऐज होम्स इन अर्बन इण्डिया’’ प्रथम संस्करण, सेज प्रकाशन
  4. वी.एस. रेड्डी(2008) ‘‘एल्डर्ली केयर इन इण्डियाः अ सोशियोलाॅजिकल स्टडी, ओरिएट ब्लैकस्वान पब्लिकेशन
  5. के.आर. लक्ष्मी (2015) ‘‘विडोहुड एण्ड सोशल एक्सक्लूशन इन इण्डिया’’ कंसर्न पब्लिकेशन
  6. वंदना रानी (1998) ‘‘वृद्धजन समस्याएं एवं प्रत्याशाएं’’ प्रकाशित शोध प्रबंध एम0जे0पी0 रूहेलखण्ड विश्व विद्यालय, बरेली
  7. अरूणिमा शर्मा (2016) वूमेन एण्ड एजिंगः अ सोशियोलाॅजिकल प्राॅस्पेक्टिव, अटलांटिक पब्लिशिंग
  8. आर.एन. मिश्रा (2005) एजिंग एण्ड सोसायटीः इण्डियन प्राॅस्पेक्टिव, डिस्कवरी पब्लिकेशन
  9. https://www.un.org
  10. https://Jansampark.mp.gov.in
  11. https://socialJustice.gov.in
  12. https://censusindia.gov.in

Publication Details

Published in : Volume 8 | Issue 1 | January-February 2025
Date of Publication : 2025-01-10
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 01-09
Manuscript Number : GISRRJ25811
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ0 सारिका दीक्षित, श्री अरूणेन्द्र प्रताप सिंह, "वृद्धा आश्रम एवं महिला वृद्धजन: दशा एवं दिशा ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 8, Issue 1, pp.01-09, January-February.2025
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ25811

Article Preview