Manuscript Number : GISRRJ25815
कोल एवं गोंड जनजातियों में शिक्षा के प्रभाव का तुलनात्मक अध्ययन (सतना जिले के विशेष संदर्भ में)
Authors(1) :-डाॅ. सीमा पटेल
आज के युग में व्यक्ति की सामाजिक स्थिति समाज में व्यक्ति के जीवन का निर्धारण एक महत्वपूर्ण साधन शिक्षा का स्तर है। यह एक अर्जनात्मक आधार है जिसे व्यक्ति अपनी योग्यता क्षमता और परिश्रम से प्राप्त करता है। शिक्षा के द्वारा न केवल व्यक्तित्व में अन्तर्निहत गुणों का प्रस्फुटन होता है, बल्कि शिक्षित व्यक्ति को उसके बोधगम्यता का स्तर मालुम होता है। मैकाइवर ने कहा है कि ज्ञान वह शक्ति है जो न केवल भौतिक पदाथा पर नियंत्रण रखता है, वरन इसके द्वारा नये लक्ष्यों अवसरों का चुनाव यहाँ तक कि नये प्रलोभनों और इच्छाओं तथा असीमित धैर्य एवं साधन का मार्ग खुलता है जिसमें अभी अज्ञात भय एवं अन्धविश्वास लुप्त हो जाते हैं। ज्ञान का विस्तार शिक्षा से ही सम्भव होता है।शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जिससे व्यक्ति की सामाजिक स्थिति शीघ्रता से परिवर्तित होती है। शिक्षा के द्वारा व्यक्ति के अन्दर जागरूकता के साथ-साथ सामाजिक एवं आर्थिक दशाओं का ज्ञान होता है। इसके द्वारा व्यक्ति को नये अवसर मिलते हैं जिससे वह अपनी स्थिति को बदल सकता है। शिक्षा के बिना आर्थिक रूप से सम्पन्न व्यक्ति की स्थिति भी समाज में नीच गिरने लगती है। अतः शिक्षा का मानव के जीवन में एक महत्त्वपूर्ण योगदान है। आजकल समाज में व्यक्ति शिक्षा को आसानी से ग्रहण कर सकता है क्योंकि सरकार हर एक गाँव में प्रौढ एवं अनौपचारिक शिक्षा तथा प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम चल रहा है। मजूमदार ने बताया है कि आदिवासियों के पिछड़े एवं निर्धन होने का कारण शिक्षा का न होना है। शिक्षा व्यक्तित्व विकास एवं अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। वर्तमान समय में आदिवासी समुदाय जटिल सामाजिक संगठन से सम्पर्क स्थापित करने लगा है। अतः उसको समझने एवं अनुरूप बनाने के लिए शिक्षा अपरिहार्य साधन है। आधुनिक समाज में व्यक्ति की सामाजिक प्रस्थिति और भूमिका निर्धारण में जिन नवीन अर्जनात्मक आधारों का विकास हुआ है, उनमें से प्रमुख आधार व्यक्ति की शैक्षणिक उपलब्धि हैं।
डाॅ. सीमा पटेल
गोंड जनजाति, सामाजिक परिवर्तन, पारिवारिक एवं वैवाहिक स्थिति। Publication Details Published in : Volume 8 | Issue 1 | January-February 2025 Article Preview
सहायक प्राध्यापक (समाजशास्त्र),
स्वामी जयदेव योगीराज पी.जी. कालेज मुजफ्फरपुर, मदनापुर जिला शाहजहाँपुर (उ.प्र.)
Date of Publication : 2025-02-05
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 38-46
Manuscript Number : GISRRJ25815
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ25815