Manuscript Number : GISRRJ25821
जनपद कौशाम्बी में व्यवसायिक संरचना का तुलनात्मक अध्ययन
Authors(2) :-नीलेश कुमार, डाॅ0 प्रेम शंकर पाण्डेय क्रियाशील जनसंख्या का विभिन प्रकार के व्यवसायों में संलग्न होना जनसंख्या की व्यवसायिक संरचना कहलाता हैं। जनसंख्या की व्यावसायिक संरचना विशिष्ट कार्यबल निर्भरता रोजगार और बेरोजगारी से प्रकट होती है। यदि सामाजिक संरचना कृषि निर्वाह स्तर पर बनी रहती है तो व्यवस्था मे बहुत विविधीकरण नहीं होता लेकिन जब प्राकृतिक संसाधनों का व्यवासायिक स्तर पर प्रयोग किया जाता है तो व्यासायिक संरचना में विविधीकरण होता है। अध्ययन क्षेत्र उत्तर प्रदेश राज्य का एक छोटा सा प्रशासनिक खण्ड है। जो कि गंगा यमुना के दोआब क्षेत्र में प्रयागराज जनपद के पश्चिम में स्थित है।प्रस्तुत शोध मे तुलनात्मक विधि पर आधारिंत है। अध्ययन मे ं प्रयुक्त द्वितीयक आकड़ो का संग्रहण जिला संाख्यकीय पत्रिका 2011 तथा 2021 की जनगणना पर आधारित हैं। अध्ययन से स्पष्ट होता है कि कुल जनसख्या का लगभक एक चैथाई 23.86 प्रतिशत हिस्सा आलाभ कारी गतिविध्ाियो में संलग्न है। जब कि तीन चैथाई हिस्सा गैर लाभकारी गतिविध्ायों 76.24 प्रतिशत मे संलगन हैं। जनसंख्या प्रवृत्ति के विशलेषण से यह पता चलता है कि कुल श्रमिको मुख्य और सीमान्त मे 2.51 प्रतिशत की दशकीय वृ़िद्ध अंकित की गई है। जब की कुल कृषि श्रमिको मे कमी र्दज की गई है। जिसका कारण श्रमिको का कृषि गतिविधियो से उद्योग तथा निर्माण कार्यो की और आधिक आकर्षण बढा है।
नीलेश कुमार सीमान्त कर्मकार, मुख्य कर्मकार, सीमान्त कृषक, कार्यशील जनसंख्या, व्यवसायिक संरचना। Publication Details Published in : Volume 8 | Issue 1 | January-February 2025 Article Preview
शोधार्थी, भूगोल विभाग, भारतीय महाविद्यालय, फर्रूखाबाद,उत्तर प्रदेश।
डाॅ0 प्रेम शंकर पाण्डेय
शोध निर्देशक, सहायक प्राध्यापक, भूगोल विभाग, भारतीय महाविद्यालय, फर्रूखाबाद।
Date of Publication : 2025-02-05
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 106-113
Manuscript Number : GISRRJ25821
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ25821