सिने राजनीति - 18 वीं लोकसभा चुनाव के संदर्भ में

Authors(2) :-सन्तोष शर्मा, डा. विनोद कुमार उपाध्याय

शिक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षण शब्द काफी महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण से पहले व्यक्ति का एक अलग आचरण होता है। प्रशिक्षण के बाद व्यक्ति में व्यवहारगत परिवर्तन आता है और यह माना जाता है कि व्यक्ति जिस क्षेत्र में प्रशिक्षण लेता है उस क्षेत्र में उसके सामने आने वाली समस्याओ का निवारण कर लेता हैं। इसलिए एक सफल शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षण बहुत आवश्यक है। प्रशिक्षण से शिक्षक में शिक्षण कौशलों का विकास होता है। प्रशिक्षण अभ्यास सम्पूर्ण भारत में विद्यालयों में ही कराया जाता है।

Authors and Affiliations

सन्तोष शर्मा
पीएचडी शोधार्थी, महाराज विनायक ग्लोबल विष्वविद्यालय, जयपुर
डा. विनोद कुमार उपाध्याय
प्राचार्य एवं विभागाध्यक्ष, महाराज विनायक ग्लोबल विष्वविद्यालय, जयपुर

  1. डॉ. अर्चना कुलश्रेष्ठ, डॉ. अंकुष षर्मा व डॉ रीता विष्ट 2021 अधिगम और षिक्षण।
  2. डॉ.सत्यनारायण षर्मा 2016 अधिगम और षिक्षण।
  3. डॉ. अषांक सिडाना 2015 अधिगम और षिक्षण।
  4. डॉ. अषांक कुमार गोदारा 2012 षैक्षिक मनोविज्ञान।
  5. डॉ. अनिल श्रीवास्तव, डॉ. परषुराम धाकड. 2016 अधिगम और षिक्षण।
  6. यादव, कमलेश (2010) प्रशिक्षित एवं अप्रशिक्षित विज्ञान शिक्षको के शिक्षण व्यवहार का तुलनात्मक अध्ययन।
  7. भारती, सतीश कुमार (2011) ‘‘प्रशिक्षित तथा अप्रशिक्षित निजी क्षेत्र के माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षण व्यवहार अध्ययन

Publication Details

Published in : Volume 8 | Issue 2 | March-April 2025
Date of Publication : 2025-03-25
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 50-61
Manuscript Number : GISRRJ25836
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

सन्तोष शर्मा, डा. विनोद कुमार उपाध्याय , "सिने राजनीति - 18 वीं लोकसभा चुनाव के संदर्भ में", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 8, Issue 2, pp.50-61, March-April.2025
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ25836

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