Manuscript Number : GISRRJ258417
उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के संस्थागत वातावरण का उनके विद्यार्थियों के शैक्षिक उपलब्धि पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन।
Authors(2) :-श्रीमती रश्मि शर्मा, डॉ. नीरज तिवारी
मिसाइलमैन के नाम से जाने जाने वाले डॉ. ए.पी. जे अब्दुल कलाम ने एक ऐसा इतिहास रचा कि सम्पूर्ण देश ही उन्हें अपना आदर्श मानने लगा। 15 अक्टूबर 1931 को जन्मे डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पहले और एक मात्र ऐसे वैज्ञानिक थे, जिन्होंने वैज्ञानिक के साथ-साथ एक नेता के रूप में भी अपना परिचय दिया। वह भारत के ऐसे पहले वैज्ञानिक थे जो राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए। वे देश के ऐसे तीसरे राष्ट्रपति थे जिन्हें राष्ट्रपति बनने से पूर्व भारतरत्न से सम्मानित किया गया था। इसके साथ ही बह एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने अजीवन अविवाहित रहकर देश सेवा का व्रत लिया था। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को आज के छात्र युवा अपना आदर्श मान उनके विचारों से प्रेरित होते हैं।
जहाँ वैज्ञानिक के रूप में डॉ० ए० पी० जे अब्दुल कलाम ने भारत को मिसाइलों और आधुनिक हथियारों के क्षेत्र में स्वावलम्बी बनाने का बीड़ा उठाया। अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिये उन्होंने प्रतिभाओं को खोज 280 वैज्ञानिकों का एक छल बनाया। अग्नि, पृथ्वी, आकाश, बत्रिशूल, नाग आदि मिसाइलों के सफल प्रक्षेपण से एक नया नाम रू श्मिसाइल मैनश् दिया गया। वहीं डॉ. कलाम की जीवन शैली और विचारधारा विभिन्न विषयों पर उनकी विचारधारा रोशनी दृष्टि से एक नई मिसाल के रूप में हमारे समझ आकड़ी प्रस्तुत करती है।
श्रीमती रश्मि शर्मा शैक्षिक, दर्शन, डाॅ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम, मिसइलमैन, चिंतन।
Publication Details Published in : Volume 8 | Issue 2 | March-April 2025 Article Preview
शोधार्थी, शिक्षा विभाग, कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर (छ.ग.)
डॉ. नीरज तिवारी
एसोसिएट प्रोफेसर, शिक्षा विभाग, कलिंगा विश्वविद्यालय, नया रायपुर (छ.ग.)
Date of Publication : 2025-04-24
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 146-155
Manuscript Number : GISRRJ258417
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ258417