Manuscript Number : GISRRJ322532
भारत में जेल प्रशासन एवं जेल सुधार: एक विधिक अवलोकन
Authors(2) :-सुनील कुमार मिश्रा, डाॅ राजीव नयन सिंह आज जिस रूप में जेल व्यवस्था चल रही है, वह हमारे देश में ब्रिटिश शासन की विरासत है। यह हमारी दंड व्यवस्था पर औपनिवेशिक शासकों की रचना थी, जिसका मकसद कारावास को गलत काम करने वालों के लिए एक आतंक बनाना था। भारतीय आपराधिक प्रशासन में जेल प्रशासन भी शामिल है। यह बात सत्य है कि मनुष्य जन्म से अपराधी नहीं होता परन्तु सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियाँ उसे अपराधी बनाती हैं। जेल प्राधिकरण द्वारा कैदियों को उचित भोजन, आश्रय और स्वास्थ्य देखभाल उपचार दिया जाना चाहिए। कैदियों के साथ अमानवीय व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि कारावास का मुख्य उद्देश्य सजा देना नहीं बल्कि अपराधी को सुधारना है जिससे वह अपनी सजा पूरी होने के बाद सामान्य रूप से समाज में रह सकेगा। भारतीय दंड व्यवस्था भी सुधारवादी सिद्धांत पर आधारित है। भारत में जेल व्यवस्था में कई सुधार हुए लेकिन अभी भी कुछ अन्य सुधारों की आवश्यकता है क्योंकि जेल में बंदियों की स्थिति खराब है।
सुनील कुमार मिश्रा जेल, जेल प्रशासन, कैदियों की स्थिति में सुधार, विधिक प्रावधान, न्यायिक विनिश्चय।
Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021 Article Preview
शोध छात्र (विधि विभाग) नेहरू ग्राम भारती (मानित विश्वविद्यालय) प्रयागराज उ०प्र०।
डाॅ राजीव नयन सिंह
सहायक आर्चाय (विधि विभाग) नेहरू ग्राम भारती (मानित विश्वविद्यालय) प्रयागराज उ०प्र०।
Date of Publication : 2021-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 69-81
Manuscript Number : GISRRJ322532
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ322532