Manuscript Number : GISRRJ322533
वेदों में वर्णित मंत्र द्रष्ट्री ऋषिकाओं का यथार्थ स्वरूप
Authors(1) :-डॉ प्रियंका आर्या प्रस्तुत आलेख वेदों में वर्णित मंत्र द्रष्ट्री ऋषिकाओं के यथार्थ स्वरूप पर आधारित है। इस आलेख का उद्देश्य है कि ऋषिकाओं का जीवन दर्शन अत्यन्त निर्मल व धवल है अतः इन तपः पूत मेधा की धनी ऋषिकाओं से आधुनिक समाज की नारियां भी अपने जीवन को तथाविध बनाने हेतु संकलप ग्रहण करें।
डॉ प्रियंका आर्या वेद, मंत्र, द्रष्टीª, ऋषि, यथार्थ,दर्शन, समाज, नारी। Publication Details Published in : Volume 4 | Issue 6 | November-December 2021 Article Preview
असिस्टेण्ट प्रोफेसर, संस्कृत विभाग, जम्मू विश्वविद्यालय, जम्मू, भारत।
Date of Publication : 2021-12-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 82-87
Manuscript Number : GISRRJ322533
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ322533