समय सरगम : वृद्धावस्था वरदान या अभिशाप?

Authors(1) :-रंजना

अरण्या जो जीवन के अंतिम पडाव पर पहुंच कर भी अपने आप को हर समय ‘ सयानी’ महसूस करती है। वृद्धावस्था जहां बुजुर्गों के लिए भय , आतंक , मृत्यु का इंतजार वाली जीवन का अंतिम छोर है वही अरण्या इसे अपने जीवन का अलग ही राग सोचती है और शेष जीवन को इच्छानुसार जीने का अधिकार समझती है। उसका कहना है कि जब तक जिंदा है जीवन की हर घडी का संगीत सुनना चाहिए ,यहीं ‘ समय सरगम’ है। बुजुर्गों में उत्साह, आत्मविश्वास एवं चेतना जगाने में यह उपन्यास औषधि समान है।

Authors and Affiliations

रंजना
शोधार्थी, विश्व भारती ( शांतिनिकेतन ), भारत।

समय‚ सरगम‚ वृद्धावस्था‚ वरदान‚ अभिशाप।

  1. चंद्रमौलेश्वर प्रसाद – वृद्धावस्था विमर्श , परिलेख प्रकाशन , वालिया मार्केट , निकट साहू जैन कॉलेज , कोतवाली मार्ग , नजीवबाबाद , पृ0स0 24 .
  2. कृष्णा सोबती - समय सरगम , राजकमल प्रकाशन प्रा. लि. 1बी , नेताजी सुभाष मार्ग , दरियागंज , नई दिल्ली , पहला संस्क. 2008, दूसरी आवृति- 2014 , पृ0स0 9 .
  3. कृष्णा सोबती – ए लडकी , राजकमल प्रकाशन प्रा.लि. पहला संस्क. 2008, छठा संस्क. 2018, 1बी, नेताजी सुभाष मार्ग , दरियागंज , नई दिल्ली , पृ0स0 41 .
  4. कृष्णा सोबती – समय सरगम , राजकमल प्रकाशन प्रा.लि. 1बी ,नेताजी सुभाष मार्ग, दरियागंज ,नई दिल्ली , पहला संस्क.2008 , दूसरी आवृति2014 , पृ0स0 16
  5. वहीं - पृ0स0 14
  6. वहीं - पृ0स0 18
  7. वहीं – पृ0स0 35
  8. वृद्धावस्था विमर्श – चंद्रमौलेश्वर प्रसाद , परिलेख प्रकाशन , वालिया मार्केट, निकट साहू जैन कॉलेज , कोतवाली मार्ग , नजीवबाबाद ,पृ0स0 20 .
  9. कृष्णा सोबती – समय सरगम , राजकमल प्रकाशन प्रा. लि. 1बी, नेताजी सुभाष मार्ग , दरियागंज , नई दिल्ली , पहला संस्क . 2008 ,दूसरी संस्क.2014, पृ0स0 110 .
  10. वहीं – पृ0स0 112
  11. वहीं – पृ0स0 94
  12. वहीं – पृ0स0 99
  13. वहीं – पृ0स0 106
  14. वहीं – पृ0स0 92
  15. वहीं – पृ0स0 71-72
  16. वहीं – पृ0स0 74
  17. वहीं – पृ0स0 74
  18. वहीं – पृ0स0 75
  19. वहीं – पृ0स0 77
  20. वहीं – पृ0स0 8
  21. वहीं – पृ0स0 63
  22. वहीं – पृ0 स0 64
  23. वहीं – पृ0 स0 65
  24. वहीं – पृ0स0 65 .

Publication Details

Published in : Volume 4 | Issue 1 | January-February 2021
Date of Publication : 2021-02-28
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 43-51
Manuscript Number : GISRRJ120337
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

रंजना , "समय सरगम : वृद्धावस्था वरदान या अभिशाप?", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 4, Issue 1, pp.43-51, January-February.2021
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ120337

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