Manuscript Number : GISRRJ120347
नारी उत्पीड़न और समाज़़
Authors(1) :-डॉ प्रीतम कुमारी धन्य है आज का भारत जहाॅ नारी, देवी दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती , माॅ, पत्नी, पुत्री, बहन ही नहीं नानी, दादी, मौसी, चाची, अनेक विशेषणों से वही पुरूष वर्ग संबोधित ही नहीं करते वरन् पूजा भी करते हैं ।
डॉ प्रीतम कुमारी समाचार पत्र Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022 Article Preview
’’यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता‘‘
पूरा भारत दीप जला कर देवी के रूप, साज - सज्जा से सुशोभित करता है ।बेटा जब बुलाए माॅ को आना चाहिए, तब आज का भारत पाश्चात्य परिदृश्य में निमग्न है और मातृत्व, भा्रतृत्व की गरिमा को गरक कर रहा है। वर्तमान परिवेश में होने वाली नारी उत्पीड़न घटनाएॅ होने पर हमारे शासनकर्ता कहते हैं:-
- कभी उम्र बढा दो ।
- कभी उम्र घटा दो ।
-कभी महिलाओं के पोशक भाड़काऊ होने पर प्रतिबंध लगा दो।
-सजा करवा दो ।
-उसकी पढाई रोक देना चाहिए ।
-परदा में रहने दो ।
- सुरक्षा का प्रबन्ध करें ।
पुत्री को पिता, पत्नी को पति, बहन को भाई
अब बताएॅ भाई कौन पति कौन, पुत्र कौन ।
विभागाध्यक्ष गहृविज्ञान विभाग, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋविकेश उत्तराखण्ड] भारत
आॅखो देखी हंाल
Date of Publication : 2022-01-30
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Page(s) : 01-04
Manuscript Number : GISRRJ120347
Publisher : Technoscience Academy
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