साहित्य का समाजशास्त्र और दलित आत्मकथाएँ

Authors(1) :-अतुल कुमार

साहित्य का सम्बन्ध हमेशा से मनुष्य के जीवन चरित्र से रहा है। मनुष्य समाज में रहता है और समाज में राजनैतिक, आर्थिक, धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं भाषा के आधार पर परिवर्तन होता है तो साहित्य पर इसका प्रभाव अवश्य पड़ता है। जैसे-जैसे मनुष्य के विचार एवं व्यवहार में अंतर आता है तो उसका प्रभाव समाज में निवास कर रही जनता पर भी पड़ता है। अगर जनता इससे प्रभावित होती है तो साहित्य भी प्रभावित होगा।साहित्य मनुष्य की जीवन-मरण, उल्लास, वेदना, सुख-दुख, आशा, आकांक्षा, की अभिव्यक्ति का साधन न बनकर वह समाज की पीड़ा, वेदना, ग्लानि, उतार-चढ़ाव को भी वाणी दें रहा है।

Authors and Affiliations

अतुल कुमार
शोधार्थी (पी-एच.डी.) हिंदी विभाग, हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय

साहित्य, समाज, समाजशास्त्र, यथार्थवाद, सामाजिक, दलित, आत्मकथा ।

  1. पाण्डेय, मैनेजर;साहित्य और समाजशास्त्रीय दृष्टि; आधार प्रकाशन, पंचकूला, हरियाणा; संस्करण 2016; पृष्ठ 12
  2. वही, पृष्ठ 49
  3. स. जैन, निर्मला; साहित्य का समाजशास्त्रीय चिंतन; हिंदी मध्यम कार्यन्वय निदेशालय; दिल्ली विश्वविद्यालय, संस्करण 2009; पृष्ठ 09 (भूमिका)
  4. वही, पृष्ठ 47
  5. सिंह, बच्चन; साहित्य का समाजशास्त्र; लोकभारती प्रकाशन, इलाहाबाद; संस्करण 2011; पृष्ठ 90-91
  6. पाण्डेय, मैनेजर;साहित्य और समाजशास्त्रीय दृष्टि; आधार प्रकाशन, पंचकूला, हरियाणा; संस्करण 2016; पृष्ठ 166
  7. नैमिशराय, मोहनदास; हिंदी दलित साहित्य; साहित्य अकादमी; नई दिल्ली; संस्करण 2018; पृष्ठ 172
  8. चन्द्र, सुभाष; दलित आत्मकथाएँ अनुभव से चिंतन; साहित्य उपक्रम, दिल्ली; संस्करण 2012; पृष्ठ 156
  9. ठाकुर, हरिनारायण; दलित साहित्य का समाजशास्त्र; भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली; संस्करण 2010; पृष्ठ 73
  10. तिवारी, बजरंग बिहारी; दलित साहित्य का सौंदर्यशास्त्र; नवारुण प्रकाशन, गाजियाबाद; संस्करण 2015, पृष्ठ
  11. जैन, पुनीता; हिंदी दलित आत्मकथाएँ; सामयिक पेपरबैक्स, नई दिल्ली; संस्करण 2018; पृष्ठ 57
  12. वही, पृष्ठ 58

Publication Details

Published in : Volume 5 | Issue 2 | March-April 2022
Date of Publication : 2022-04-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 57-60
Manuscript Number : GISRRJ122529
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

अतुल कुमार, "साहित्य का समाजशास्त्र और दलित आत्मकथाएँ ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 5, Issue 2, pp.57-60, March-April.2022
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ122529

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