Manuscript Number : GISRRJ19247
महाभारत में वर्णित राजधर्म की समकालीन समाज में उपादेयता
Authors(1) :-अमरजीत पाण्डेय लोकत्रन्त्रात्मक व्यवस्था में शासन का स्वरूप विकेन्द्रित है। कभी-कभी यह केन्द्रित व्यवस्था की ओर भी अग्रेशित दिखता है। इस शासन में वोट की राजनीति करने वाले इसे संख्या वाद पर तौलते है। इस व्यवस्था के मूल तत्व को ही भूल जाते है आज जनहित के कार्य हो या न हो अपने हित के कार्य को महत्व दिया जाता है। इसलिए आज शान्तिपर्व के राजधर्म के अनुपालन की अत्यधिक आवश्यकता है।
अमरजीत पाण्डेय लोकत्रन्त्रात्मक, राजनीति, शान्तिपर्व, राजधर्म, महाभारत। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 4 | July-August 2019 Article Preview
शोधार्थी, संस्कृत विभाग, का0सु0 साकेत पी0जी0 कालेज, अयोध्या।, भारत
Date of Publication : 2019-08-30
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Page(s) : 22-27
Manuscript Number : GISRRJ19247
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19247