Manuscript Number : GISRRJ19252
केनोपनिषद्
Authors(1) :-डाॅ. विनय कुुमार पाण्डेय ईशादि दस अत्यन्त प्रख्यात् उपनिषदों में केनोपनिषद् का नाम दूसरे स्थान पर आता है। इस उपनिषद् में दो प्रकार के भाष्यों का प्रणयन भगत्पाद शंकाराचार्य ने स्वयं किया है। विद्या प्राप्ति के साधनों का वर्णन तथा केनोपनिषद् के फल के वर्णन के साथ-साथ यह उपनिषद् पूर्ण होता है।
डाॅ. विनय कुुमार पाण्डेय केनोपनिषद्, सामवेदीय तवलकारशाखा, विद्या, शंकाराचार्य। 1.ईशादि नौ उपनिषद् -गीता प्रेस प्रकाशन Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 5 | September-October 2019 Article Preview
प्रवक्ता (संस्कृत) $2 उच्च विद्यालय पाथुरिया,
बोकारो, झारखण्ड।,भारत
2. उपनिषद् अंक - गीता प्रेस प्रकशन
3. केनोपनिषद् -भारत कोश
4. संस्कृत साहित्य का इतिहास - वाचस्पति गैरोला
5. संस्कृत साहित्य का इतिहास- बी0 डी0 उपाध्याय
Date of Publication : 2019-09-30
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Page(s) : 08-10
Manuscript Number : GISRRJ19252
Publisher : Technoscience Academy
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