केनोपनिषद्

Authors(1) :-डाॅ. विनय कुुमार पाण्डेय

ईशादि दस अत्यन्त प्रख्यात् उपनिषदों में केनोपनिषद् का नाम दूसरे स्थान पर आता है। इस उपनिषद् में दो प्रकार के भाष्यों का प्रणयन भगत्पाद शंकाराचार्य ने स्वयं किया है। विद्या प्राप्ति के साधनों का वर्णन तथा केनोपनिषद् के फल के वर्णन के साथ-साथ यह उपनिषद् पूर्ण होता है।

Authors and Affiliations

डाॅ. विनय कुुमार पाण्डेय
प्रवक्ता (संस्कृत) $2 उच्च विद्यालय पाथुरिया, बोकारो, झारखण्ड।,भारत

केनोपनिषद्, सामवेदीय तवलकारशाखा, विद्या, शंकाराचार्य।

1.ईशादि नौ उपनिषद् -गीता प्रेस प्रकाशन
2. उपनिषद् अंक - गीता प्रेस प्रकशन
3. केनोपनिषद् -भारत कोश
4. संस्कृत साहित्य का इतिहास - वाचस्पति गैरोला
5. संस्कृत साहित्य का इतिहास- बी0 डी0 उपाध्याय

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 5 | September-October 2019
Date of Publication : 2019-09-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 08-10
Manuscript Number : GISRRJ19252
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ. विनय कुुमार पाण्डेय, "केनोपनिषद्", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 2, Issue 5, pp.08-10, September-October.2019
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19252

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