राक्षस जाति का वंशगत परिचय :- वाल्मीकीय रामायण की दृष्टि में।

Authors(1) :-डाॅ॰ संजय कुमार

महर्षि वाल्मीकि ने रामायण के अन्तर्गत उत्तर काण्ड में राक्षस जाति में उत्पन्न हेति, प्रहेति के साथ ही मुनि विश्रवा एवं कैकसी के पुत्रों रावण, कुम्भकर्ण, विभीषण आदि का विशद् वर्णन प्रस्तुत किया है। इन्होंने दिति, अदिति से उत्पन्न वंश का भी परिचय प्रस्तुत किया है।

Authors and Affiliations

डाॅ॰ संजय कुमार
अकबरपुर, नवादा (बिहार) भारत।

महर्षि, अन्तर्गत्, विश्रवा, कैकसी, रावण, कुम्भकर्ण, विशद्।

  1. विष्णु पुराण
  2. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 2/3
  3. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 2/32-33
  4. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 4/01 एवं 04
  5. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 4/9-13 हिन्दी अनुवाद
  6. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 4/14
  7. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 5/6
  8. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 5/35
  9. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 5/45
  10. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 9/33
  11. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 11/02
  12. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 11/10 1/2
  13. वा॰ रा॰, उ॰ का॰, सर्ग - 11/15
  14. आचार्य चतुरसेन - वैदिक संस्कृति आसुरी प्रभाव पृ॰-21 से।

Publication Details

Published in : Volume 2 | Issue 6 | November-December 2019
Date of Publication : 2019-12-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 95-99
Manuscript Number : GISRRJ19274
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

डाॅ॰ संजय कुमार , "राक्षस जाति का वंशगत परिचय :- वाल्मीकीय रामायण की दृष्टि में।", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 2, Issue 6, pp.95-99, November-December.2019
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ19274

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