Manuscript Number : GISRRJ203343
महाकाव्य महाभारत में महारानी द्रौपदी
Authors(2) :-प्रिया सिंह, डाॅ.देवनारायण पाठक
महाभारत में महारानी द्रौपदी यज्ञ कुण्ड में शची देवी के अंश के रूप में जन्म लेती हैं। धर्मज्ञा, धर्मदर्शिनी आदि विशेषण उनके पांडित्य को व्यक्त करते हैं। द्रौपदी अप्रितम सुन्दरी थी। बुद्धिमत्ता, ज्ञान और चारित्रिक बल में भी उसकी जोड़ की युवती मिलनी कठिन है। महाभारतकालीन नारियाँ यद्यपि कि अपने पूर्वकालीन नारियों की अपेक्षा ज्यादा स्वतंत्र थीं, परन्तु द्रौपदी का चरित्र महाभारत में अत्यधिक निर्भीक नारी के रूप में भी चित्रित है। दौपदी के जन्म से लेकर अन्त तक के प्रमुख सन्दर्भोें को क्रमवार प्रस्तुत किया गया है।
प्रिया सिंह धर्मदर्शिनी, याज्ञसेनी, पौराणिक, ब्रह्मतुल्य, द्वैतवन, अभ्यर्थना, सैरन्ध्री, प्रतिविन्ध्य।
Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022 Article Preview
शोधच्छात्रा, संस्कृत विभाग नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश
डाॅ.देवनारायण पाठक
संस्कृत-विभागाध्यक्ष नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज,उत्तर प्रदेश
Date of Publication : 2022-02-07
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 117-122
Manuscript Number : GISRRJ203343
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203343