Manuscript Number : GISRRJ203350
शिक्षा के अधिकारः ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में एक अध्ययन
Authors(2) :-सुषमा रानी, धर्म वीर सिंह प्राचीन काल से आज तक विभिन्न माध्यमों से भारत में शिक्षा व्यवस्था को विकसित किए जाने का प्रयास अनवरत जारी रहा है। प्राचीन काल में शिक्षा व्यवस्था में शिक्षा केवल उच्च वर्ग तक सीमित थी, निम्न वर्ग के लोगों के लिए शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार नहीं था। समय के साथ शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन हुआ। मुगल काल में शिक्षा व्यवस्था में मुस्लिम धर्म का बाहुल्य था। मुगल काल के बाद ब्रिटिश साम्राज्य में आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की नींव पड़ी। धीरे-धीरे शिक्षा जातिवाद के भेदभाव से हटकर सभी के लिए सुलभ हो गई। इस पेपर में हम प्राचीन काल से अब तक शिक्षा में हुए परिवर्तनों का एक अध्ययन करेंगे।
सुषमा रानी प्राचीन शिक्षा पद्यति, मुगल शिक्षा, ब्रिटिश शिक्षा, शिक्षा आयोग आदि।
Publication Details Published in : Volume 5 | Issue 1 | January-February 2022 Article Preview
एसोसिएट प्रोफेसर, शिक्षक शिक्षा विभाग, एन.एम.एस.एन.दास पी.जी.काॅलेज, वदायँू, उ.प्र.
धर्म वीर सिंह
प्राचार्य, राजकीय पाॅलीटेक्निक, रामपुर, उ.प्र.
Date of Publication : 2022-02-07
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 186-200
Manuscript Number : GISRRJ203350
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203350