सांख्यकारिका में मानव स्वास्थ्य चिन्तन

Authors(1) :-काजल राय

सांख्य के पच्चीस तत्त्वों का ज्ञान प्रत्येक मानव के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि इन तत्त्वों का ज्ञान होने पर ही मानव इनके कार्यो को जानेगा और स्वयं के लिए तथा समाज के लिए जो हितकारी होगा वह आचरण करेगा। महत् से लेकर पांच महाभूतों तक का नियंत्रण प्रकृति एवं प्रकृति का नियंत्रण पुरूष के हाथ में होगा तो प्रत्येक व्यक्ति एक सामंजस्यपूर्ण जीवन का निर्वहन करेगा। वर्तमान में हम भौतिकता एवं पाश्चात्य की आंधी में अनियंत्रित हो गये है। ऐसी स्थिति हमारी ज्ञानेन्द्रियां, कर्मेन्द्रियां, तन्मात्राए, मन, बुद्धि, अहंकार सभी जड और अनियंत्रित अवस्था में है। हमें अपने वर्तमान और भविष्य के रक्षण के लिए आवश्यक है कि हम अपनी मूल प्रकृति , अपने निसर्ग को जाने तभी स्वयं का और समाज का रक्षण करने में समर्थ हो पायेंगे। हमारी मूल प्रकृति को सदा पुरूष के संरक्षण में रहना चाहिए क्योंकि प्रकृति क्रियाशील तो होती है किन्तु जड होती है इसलिए उसे चैतन्य पुरूष का संरक्षण आवश्यक है। पुरूष के हाथ में प्रग्रह न्यस्त किये विना हमारा अधिकांश कार्य विध्वंसक होगा। हम विकासकत्र्ता से अधिक विनाशकत्र्ता सिद्ध होंगे। हमारी बुद्धि अज्ञानाच्छादित ना हो, अहंकार विनाशक रूप ना धारण करे, मन सदा विकल्पों में ना फंसा रहे, ज्ञानेन्द्रियां, कर्मेन्द्रियां, तन्मात्राए विषय लोलुप ना हो जाए इसलिए सांख्य का ज्ञान विशेषतः पुरूष का ज्ञान नितान्त ही आवश्यक है। सांख्य का ज्ञान हो जाने पर व्यक्ति त्रिविध तापों से ऐकान्तिक और आत्यन्तिक मुक्ति प्राप्त कर लेता है।

Authors and Affiliations

काजल राय
शोधच्छात्रा, संस्कृत एवं प्राकृत भाषा विभाग, दी0द0उ0गो0वि0वि0,गोरखपुर, उत्तर प्रदेश, भारत।

सांख्यकारिका, अहंकार, प्रकृति, पुरुष, इन्द्रिय, स्वास्थ्य, मानव, समाज।

1- ईश्वरकृष्ण सांख्यकारिका -1
2- ईश्वरकृष्ण सांख्यकारिका -2
3- ईश्वरकृष्ण सांख्यकारिका -3
4- श्रीमद्भगवद्गीता - 2-67
5- श्रीमद्भगवद्गीता - 2-68
6- कठोपनिषद् 1-3-3
7- कठोपनिषद् 1-3-4
8- कठोपनिषद् 1-3-5
9- कठोपनिषद् 1-3-6
10- सांख्यकारिका -10
11- सांख्यकारिका -11
12- सांख्यकारिका -23
13- सांख्यकारिका -63
14- सांख्यकारिका -64
15- सांख्यकारिका -68

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020
Date of Publication : 2020-09-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 40-45
Manuscript Number : GISRRJ203511
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

काजल राय, "सांख्यकारिका में मानव स्वास्थ्य चिन्तन", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 5, pp.40-45, September-October.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203511

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