सौन्दर्यसशती में नारी सौन्दर्य

Authors(1) :-खुशबू ठाकुर

कवि ने नारी के सौन्दर्य का सूक्ष्मातिसूक्ष्म विवेचन किया है। सौन्दर्यसप्तशती में नारी के सौन्दर्य को बताने के लिए नायिका शब्द का प्रयोग किया गया है इसमें नारी के प्रत्येक सौन्दर्य को दर्शाया गया है। जब नारी का मुख घूूूॅंघट से ढंका रहता है तो उसका सौन्दर्य और अधिक रहता है इस प्रकार से नव विवाहिता के सौन्दर्य को दर्शाया है, इसी क्रम में नायिका के सौन्दर्य को देखकर नायक रीझता है इसका वर्णन भी कवि ने किया हैं। जो चमत्कारपूर्ण है नारी के सौन्दर्य में जितने भी तŸव सम्मिलित हो सकते है उन सभी का समावेश करते हुए डाॅ. द्विवेदी जी ने नारी के समस्त सौन्दर्य को स्थापित किया है। द्विवेदी जी का नारी सौन्दर्य इतना पूर्ण व प्रभावशाली होता है कि वह पाठक व सहृदय को गहराई तक प्रभावित करता है और आनंद प्राप्त कराता है। सौन्दर्य आनन्द का एक ऐसा शाश्वत स्रोत है जो अजस्र, निर्बाध गति से स्रवित होता रहता है।

Authors and Affiliations

खुशबू ठाकुर
शोध-छात्रा, महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय, उज्जैन (म.प्र.) भारत।

सौन्दर्यसप्तशती, नारी, सौन्दर्य, नायिका, वेद, साहित्य,पाठक, आनन्द, नायक।

1 पटेल, मकतलाल- 1995, सौन्दर्य बोध का मनोविज्ञान, पृ.सं. 35
2 मिश्र, रामजी- 1991, रीति काव्य के स्रोत, पृ.सं. 206
3 सौन्दर्यसप्शती, पं. प्रेमनारायण द्विवेदी, पं. प्रेमनाराणद्विवेदीरचनावलिः द्वितीय भागः, राष्ट्रिय संस्कृत संस्थानम्, नवदेहली, संस्करण 2012, श्लोक सं.-691
4 बिहारी सतसई, जगन्नाथदास रत्नाकर, जयभारती प्रकाशन, इलाहाबाद, संस्करण 2006, श्लोक सं.-691
5 सौ.स. श्लोक सं.-538
6 बि.स. श्लोक सं.-538
7 सौ.स. श्लोक सं.-7
8 बि.स. श्लोक सं.-7
9 सौ.स. श्लोक सं.-588
10 बि.स. श्लोक सं.-588
11 सौ.स. श्लोक सं.-699
12बि.स. श्लोक सं.-699
13 सौ.स.श्लोक सं.-10
14 बि.स. श्लोक सं.-10
15 सौ.स. श्लोक सं.477
16 बि.स. श्लोक सं.-477
17 सौ.स. श्लोक सं.-626
18 बि.स. श्लोक सं.-626
19 सौ.स.श्लोक सं.- 666
20 बि.स. श्लोक सं.-666
21 सौ.स. श्लोक सं.-679
22 बि.स. श्लोक सं.-679
23 सौ.स. श्लोक सं.-680
24 बि.स. श्लोक सं.-680
25 सौ. स. श्लोक सं.-35
26 बि.स. श्लोक सं.-35
27 सौ.स. श्लोक सं.-73
28 बि.स. श्लोक सं.-73
29 सौ.स. श्लोक सं.105
30 बि.स. श्लोक सं.-105
31 सौ.स. श्लोक सं.-143
32 बि.स. श्लोक सं.-143

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 5 | September-October 2020
Date of Publication : 2020-09-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 46-54
Manuscript Number : GISRRJ203512
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

खुशबू ठाकुर, "सौन्दर्यसशती में नारी सौन्दर्य ", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 5, pp.46-54, September-October.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ203512

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