Manuscript Number : GISRRJ2035284
नारीवादः दशा और दिशा
Authors(1) :-डा0 रुचि पाण्डेय भौतिकता की आड़ में नारी ने कहीं न कहीं अपनी पहचान खोई है। अतः हमें यह विचारना होगा कि विधाता की प्रथम सृष्टि जो श्रद्धा से परिपूर्ण व प्रेममयी स्वरूप की साक्षात् प्रतिमूर्ति है, उसके स्थान को सम्मानजनक विशिष्टता देनी ही होगी।
डा0 रुचि पाण्डेय नारीवाद, दशा, दिशा, भौतिकता, साहित्य, सम्मान, नारी, दशा। Publication Details Published in : Volume 2 | Issue 3 | May-June 2019 Article Preview
एसो.प्रोफे. संस्कृत, आगरा काॅलेज, आगरा, उत्तर प्रदेश।, भारत
Date of Publication : 2019-06-30
License: This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 141-144
Manuscript Number : GISRRJ2035284
Publisher : Technoscience Academy
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ2035284