मानव-जीवन पर ज्योतिषीय प्रभाव

Authors(2) :-प्रभाकर शर्मा, डाॅ. मनीष खैमरिया

सौर-जगत् के सात ग्रह मानव-जीवन के विभिन्न अवयवों के प्रतीक हैं। इन सातों की क्रिया-फल द्वारा ही जीवन का संचालन होता है।

Authors and Affiliations

प्रभाकर शर्मा
शोध छात्र, संस्कृत, एम.एल.बी. काॅलेज, ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत
डाॅ. मनीष खैमरिया
मार्गदर्शक, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष संस्कृत, एम.एल.बी. काॅलेज, ग्वालियर, मध्य प्रदेश, भारत

मानव-जीवन,ज्योतिषीय, सौर‘-जगत्, कर्मबन्ध, दर्शनशास्त्र।

  1. मनोमयः प्राणशरीरों भारूपः आकाशात्मा सर्वकर्मा सर्वकामः सर्वगन्धः सर्वरसः सर्वमिदमभ्यात्तोऽवाक्य नादरः।। छान्दोग्योपनिषद 3.14
  2. एते ग्रहाः वलिष्ठाः प्रसूतिकाले नृणां स्वमूर्ति समम्।
  3. कुर्युदेहम् नियवं वहवश्च समागता मिश्रम्।।
  4. पंचसिद्धन्तिका
  5. भारतीय ज्योतिष डाॅ. नेमिचन्द्र शास्त्री
  6. तदैव

Publication Details

Published in : Volume 3 | Issue 6 | November-December 2020
Date of Publication : 2020-11-30
License:  This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.
Page(s) : 20-23
Manuscript Number : GISRRJ20365
Publisher : Technoscience Academy

ISSN : 2582-0095

Cite This Article :

प्रभाकर शर्मा, डाॅ. मनीष खैमरिया, "मानव-जीवन पर ज्योतिषीय प्रभाव", Gyanshauryam, International Scientific Refereed Research Journal (GISRRJ), ISSN : 2582-0095, Volume 3, Issue 6, pp.20-23, November-December.2020
URL : https://gisrrj.com/GISRRJ20365

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